भोपाल
मध्य प्रदेश में लगातार बारिश का दौर जारी है| मध्यप्रदेश के कई जिलों में बारिश के कारण बाढ़ के हालात बने हुए हैं। भाव से घिरे लोगों को लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है| इस बार बारिश ने प्रदेश में कई सालों का रिकार्ड तोड़ दिया है| प्रदेश में अभी तक सामान्य(894.6 मिमी) के मुकाबले 1192.2 मिमी वर्षा हो चुकी है, जो कि सामान्य से 33 फीसदी अधिक है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक पिछले 24 साल में दूसरी बार मप्र में रिकार्ड बरसात हुई है। फिलहाल लगातार बारिश पर ब्रेक लगा है| दो दिन बाद प्रदेश के अनेक स्थानों पर झमाझम बरसात का एक और दौर शुरू होने के आसार हैं। वहीं अगले 24 घंटे में भी कई इलाकों में भारी बारिश के आसार हैं|
मौसम वैज्ञानियों के मुताबिक मंगलवार को बंगाल की खाड़ी के आंध्रा कोस्ट पर एक ऊपरी हवा का चक्रवात बन गया है। इसके 24 घंटे में कम दबाव का क्षेत्र बनकर आगे बढ़ने की संभावना है। इस सिस्टम के प्रभाव से दो दिन बाद फिर झमाझम बारिश हो सकती है| मंगलवार को सुबह 8:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक खंडवा में 49, दमोह मे 34,पचमढ़ी में 29,नसस्र्ल्लागंज(सीहोर) में 17, जबलपुर में 9.4, होशंगाबाद में 5,सागर में 4,भोपाल में 3.4,खजुराहो में 1.2,बैतूल में 1 मिमी. बरसात हुई। प्रदेश में रुकरुक बारिश का सिलसिला जारी है| पिछले 10 दिन से प्रदेश में सक्रिय कम दबाव का क्षेत्र अब ऊपरी हवा के चक्रवात में तब्दील होकर पूर्वी मप्र में सक्रिय है। साथ ही मानसून ट्रफ भी सीधी से होकर गुजर रहा है। इससे प्रदेश में कई स्थानों पर रुक-रुक कर बौछारें पड़ने का सिलसिला जारी है।
भिंड मुरैना और श्योपुर में बाढ़ से हालात बिगड़े हुए हैं| राजस्थान के कोटा बैराज से चार दिन में 25.40 लाख क्यूसेक पानी चंबल नदी में छोड़े जाने के बाद भिंड-मुरैना में चंबल ने रौद्र रूप में आ गई है। इससे भिंड में नदी किनारे बसे 19 गांव खाली करा लिए गए हैं। वहीं श्योपुर में तीन गांवों में पानी घुसने से 4 दर्जन कच्चे मकान ढह गए। भिंड में स्कूलों में छुट्टियां घोषित कर दी गई हैं। सरकारी कर्मचारियों की छुट्टियां निरस्त कर दी गई हैं| ग्वालियर-चंबल में बिगड़ते हालात के बाद बचाव और राहत कार्य के लिए हेलीकॉप्टर बुला लिया गया है, साथ ही कलेक्टर ने एनडीआरएफ और सेना की अतिरिक्त कंपनियां भी मांगीं हैं। मुरैना में चंबल नदी में आए उफान से बाढ में घिरे गांवों का हेलीकाप्टर से सर्वे कर वहां फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हेलीकाप्टर से सर्वे कर वहां फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने प्रयास किए जा रहे हैं।