भोपाल
नगरीय निकाय चुनाव के नजदीक आते ही एमपी में एक बार फिर बैनर पोस्टर और श्रेय लेने की राजनीति शुरू हो गई है। मंगलवार को एक सरकारी कार्यक्रम में उस वक्त हंगामा हो गया जब प्रधानमंत्री आवास योजना के बैनर की जगह मंच के पीछे मुख्यमंत्री आवास मिशन का बैनर लगा दिया।इस पर बीजेपी ने आपत्ति जताई तो मंत्री ने कहा हमें किसी के हिस्से के क्रेडिट की जरूरत नहीं।
दरअसल, मंगलवार को भोपाल स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कार्पोरेशन लिमिटेड द्वारा आयोजित प्रधानमंत्री आवास योजना के कार्यक्रम में बैनर को लेकर विवाद हो गया।‘कांग्रेसियों ने इस पर आपत्ति जताई और प्रधानमंत्री आवास योजना’ की जगह ‘मुख्यमंत्री आवास मिशन’ का बैनर लगा दिया । जिस पर निगम परिषद अध्यक्ष सुरजीत सिंह चौहान ने सवाल खड़े कर दिया और कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना का कार्यक्रम है, लेकिन प्रधानमंत्री का बैनर हटा देना दुर्भाग्यपूर्ण है।वही दिए गए अधिकार पत्र में भी प्रधानमंत्री आवास योजना लिखा हुआ है लेकिन मुख्यमंत्री की फोटो लगा दी गई। इस पर भी भाजपा ने विरोध जताया है।
महापौर आलोक शर्मा ने कहा कि एमआईसी ने प्रधानमंत्री आवास योजना का संकल्प पारित किया है। मुख्यमंत्री आवास मिशन तो अभी कैबिनेट से मंजूर भी नहीं हुआ है, बल्कि उसका प्रस्ताव ही नहीं बना है। कुछ अफसरों ने कांग्रेस नेताओं के इशारे पर बैनर बदला है। इसकी शिकायत केंद्र सरकार के कार्मिक मंत्रालय को करेंगे।
इस दौरान मंच पर नगरीय विकास मंत्री जयवर्धन सिंह और जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा, स्थानीय पार्षद अमित शर्मा सहित अन्य कांग्रेसी पार्षदों भी मौजूद थे। मीडिया से चर्चा के दौरान नगरीय आवास एवं विकास मंत्री जयवर्धन सिंह ने कहा कि मप्र सरकार इतने विकास कार्य कर रही है कि हमें किसी और के हिस्से का क्रेडिट लेने की जरूरत नहीं है। प्रधानमंत्री आवास योजना में 80% शेयर प्रदेश और सिर्फ 20% हिस्सा केंद्र सरकार देती है। ऐसे में मुख्यमंत्री की फोटो लगाना गलत नहीं है।