मध्य प्रदेश

कहीं इंदौर की बावड़ी न बन जाए भेल क्षेत्र के वार्ड 67 का सतनामी नगर

May Indore's Bawdi not become Satnami Nagar of Ward 67 of BHEL area
May Indore's Bawdi not become Satnami Nagar of Ward 67 of BHEL area

May Indore’s Bawdi not become Satnami Nagar of Ward 67 of BHEL area

43 साल पुराने 30 फीट गहरे सीवेज टैंक पर बस गई बस्ती, बन गए मकान-दुकान
May Indore’s Bawdi not become Satnami Nagar of Ward 67 of BHEL area: भोपाल. मध्य प्रदेश के महानगर इंदौर में हाल ही में जर्जर बावड़ी में हुए हादसे की राजधानी भोपाल में भी पुनरावृत्ति हो सकती है। नगर निगम के वार्ड क्रमांक 67 के सतनामी नगर में करीब 43 साल पहले झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले लोगों की सुविधा के लिए वर्ष 1980 में यहां पांच सीवेज टैंक बनाए गए थे। करीब 30 फीट गहरे और 15 फीट चौड़े यह टैंक अब जर्जर हो चुके हैं। समय के साथ लोगों ने धीरे-धीरे इन टैंकों पर भी कब्जा कर लिया और यहां बस्ती बसा ली। धीरे-धीरे नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारी, वार्ड प्रभारी के साथ ही जनप्रतिनिधि भी इसे भूलते गए। यहां क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि गए भी तो सडक़ नाली बनवाने या फिर वोट मांगने के लिए। नगर निगम के अधिकारियों ने भी कभी इन सीवेज टैंकों को तलाशने की जहमत नहीं उठाई। ऐसे में यहां कभी भी किसी बड़ी दुघर्टना से इनकार नहीं किया जा सकता।

यहां पांच हजार आबादी
गौरतलब है कि मौजूदा समय में यहां करीब पांच हजार की आबादी निवास कर रही है। यहां लोग सीवेज टैंकों तक पर कब्जा कर अपना आशियाना बना कर जिदंगी गुजर बसर कर रहे हैं। वे यहां रात को चैन की नींद सोते है, मगर जर्जर टैंकों से कभी किसी बड़े हादसे से इंकार नहीं किया जा सकता। इस संबंध में वार्ड 67 के पार्षद ममता मनोज विश्वकर्मा ने नगर निगम आयुक्त को पत्र लिखकर इस समस्या की ओर ध्यान आकर्षित कराया है।

May Indore's Bawdi not become Satnami Nagar of Ward 67 of BHEL area

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1980 के पहले बनाया गया था सेप्टी टैंक
वार्ड 67 में आने वाली सतनामी नगर बस्ती में सेप्टी टैंक का निर्माण 1980 के पहले किया गया था। इनकी लंबाई 30 फीट , चौड़ाई 15 फीट और गहराई 30 फीट है। यहां इनकी कुल संख्या 5 बताई जा रही है, जो जर्जर स्थिति में है। इन पर झुग्गी के रहवासियों ने अवैध निर्माण कर इसका उपयोग कर रहे हैं। बता दें कि बड़ी संख्या में बस्ती के लोग रात में इस टैंक के ऊपर ही सोते हैं। ऐसे में यहां कभी भी इंदौर शहर के बावड़ी जैसी दुर्घटना से मना नहीं किया जा सकता।

इंदौर जैसी घटना न हो इसे रोकने के लिए जल्द से जल्द ठोस कदम उठाया जाना चाहिए। साथ ही अन्य जगहों पर भी ऐसी ििस्थतियां की खोजबीन होना चाहिए, ताकि दुघर्टनाओं से बचा जा सके।
किशोर प्रजापति, अध्यक्ष, इंद्रपुरी व्यापारी महासंघ

सीवेज टैंक करीब 40 साल से जयादा पुराने हैं। यदि इस पर अतिक्रमण है तो यह कभी भी धराशाई हो सकता है। ऐसे में लोगोंं की जान तक जा सकती है। इसे रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाया जाए।
ओम साहू, समाज सेवी, स्थानीय रहवासी

सतनामी नगर झुग्गी बस्ती मेरे वार्ड में आती है। यहां करीब 40 वर्ष से ज्यादा पुराने पांच सीवेज टैंक हैं, जो पूरी तरह से जर्जर हो चुके हैं। ऐसे में इससे कभी भी कोई अप्रिय घटना हो सकती है। सीवेज टैंकों की सुरक्षा का उचित इंतजाम कराए जाने निगम आयुक्त को पत्र लिखा है, ताकि जान-माल की हानि न होने पाए।
ममता मनोज विश्वकर्मा, पार्षद 67

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