मुंबई
महाराष्ट्र में शक्ति परीक्षण से पहले सोमवार को विपक्षी दलों ने होटल में ताकत दिखाई। एनसीपी, शिवसेना व कांग्रेस के 162 विधायकों की होटल हयात में परेड कराई गई। साथ ही सभी विधायकों को गठबंधन के खिलाफ न जाने की महाशपथ भी दिलाई गई।
इस मौके पर एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने आश्वस्त किया कि भाजपा के खिलाफ वोटिंग के लिए किसी भी विधायक की सदस्यता नहीं जाए यह सुनिश्चित करने के लिए वह निजी तौर पर जिम्मेदारी लेंगे। वहीं, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि भाजपा राज्य में सरकार बनाने के लिए तीनों दलों के गठबंधन के लिए 'रास्ता खाली करे। परेड से पहले पार्टी प्रवक्ता संजय राउत ने राज्यपाल को टैग करते हुए ट्वीट किया, पहली बार 162 विधायक साथ नजर आएंगे।
होटल में विपक्ष के शक्ति प्रदर्शन के हैं ये 5 मायने
1- शक्ति प्रदर्शन कर तीनों दलों ने यह दिखाया कि सभी विधायक साथ हैं
2- तीनों दलों के शीर्ष नेताओं की मौजूदगी से एक-दूसरे में विश्वास नजर आया
3- जनता को विश्वास दिलाया कि भाजपा के पास पर्याप्त संख्याबल नहीं है
4- प्रदर्शन के जरिये संकेत दिया कि भाजपा फ्लोर टेस्ट में सफल नहीं होगी
5- तीनों दलों ने विधायकों को संकेत दिया कि उनकी ही सरकार बनेगी