इस्कॉन भेल में मनाई गई स्नान पूर्णिमा
Lord Bhagannath’s fever begins, will remain ill for 14 days after bath: भोपाल. श्रीकृष्ण मंदिर-यादव सभा बरखेड़ा, भोपाल में स्नान पूर्णिमा के अवसर पर भगवाना जगन्नाथ, बलदेव, सुभद्रा को स्नान कराया गया। इससे पहले भक्तों ने भगवान को 56 भोग लगाए। ये भोग भक्त अपने घर से बनाकर लाए थे। ये अवसर होता है, जब सभी आम और खास को भगवान का अभिषेक करने का अवसर दिया जाता है। इसी का लाभ लेकर कई भक्तों ने भगवान का अभिषेक किया।
मान्यता है कि जो भगवान जगन्नाथ का दर्शन करता है या अभिषेक करता है उसे पुनर्जन्म नहीं लेना पड़ा। इसी मान्यता के साथ कई लोगों ने आगे आकर भगवान का अभिषेक किया। इससे पहले भगवान का विभिन्न द्रव्यों पुजारियों ने अभिषेक किया।
अब 14 दिन बाद होंगे दर्शन
अब 15वें दिन तक भगवान जगन्नाथ के दर्शन होंगे। 14 दिन तक भगवान क्वारेंटीन रहेंगे। इस दौरान भगवान को औषधीय काढ़े और अन्य औषधीय व्यंजन परोसे जाएंगे, ताकि उनका बुखार ठीक हो जाए। भक्त गण रोज भगवान के लिए विभिन्न औषधीय काढ़े और भोग बनाएंगे। इसके लिए विभिन्न जगह से जड़ी बूटियां भी मंगवाई गई हैं।
इस्कॉन भोपाल की रथयात्रा 25 जून को
इस्कॉन भोपाल (भेल) 25 जून, रविवार को जगन्नाथ बलदेव सुभद्रा महारानी की रथयात्रा निकालेगा। इस्कॉन भोपाल बीवायसी के अध्यक्ष रसानंद दास ने बताया कि रथयात्रा रानी कमलापति रेलवे स्टेशन प्लेटफॉर्म क्रमांक एक के सामने से शुरू होगी। रथयात्रा का आकर्षण रूस और यूके्रन के भक्त होंगे। रथयात्रा 25 जून, रविवार को दोपहर 1 बजे रानी कमलापति रेलवे प्लेटफॉर्म क्रमांक एक के सामने से शुरू होगी, जो 7 नंबर चौराहा, नेशनल हॉस्पिटल, प्रियदर्शनी मार्केट, बिटटन मार्केट, 1100 क्वार्टर, गणेश मंदिर, शैतान सिंह चौराहा, शाहपुरा सेक्टर ए, ओरा मॉल, त्रिलंगा, गुलमोहर मार्केट, रेडिसन होटल, दानापानी से होती हुई दाना पानी स्थित इस्कॉन की राधेश्याम गो शाला पर समाप्त होगी। समापन स्थल इस्कॉन गो शाला में दस हजार लोगों का भंडारा रखा गया है। रथयात्रा के बाद वहां रथयात्रा में आए भक्त भगवान जगन्नाथ का महाप्रसाद पाएंगे।