पटना
जिस बेटे को बुढ़ापे का सहारा समझा था, उसी ने जीते जी संपत्ति के लालच में मृत्यु प्रमाणपत्र बनाकर एलआईसी का पैसा निकाल लिया। यही नहीं, घर में बंद करके मारपीट कर रहे थे। मंगलवार को महिला आयोग की टीम बुजुर्ग वीना देवी को मुक्त कराकर बेटी की ससुराल पहुंचायी।
मामला रामकृष्णा नगर का है। बुजुर्ग महिला वीना देवी पूर्व एडीएम पारस कुमार सिंह की पत्नी हैं। पति की मौत ब्रेन हेमरेज के कारण हो गयी थी। बेटे के सहारे सोचा कि जिन्दगी गुजारेगी, लेकिन बेटे ही जान के दुश्मन बन बैठे। दोपहर तीन बजे जैसे ही आयोग की टीम घर पहुंची। बुर्जुग फफक-फफक कर रोने लगी। वह बेटे के साथ नहीं रहना चाहती थी। इसके बाद आयोग की टीम ने बेटी की ससुराल में बुजुर्ग को पहुंचा दिया। बुजुर्ग के अनुसार संपत्ति के लालच में बैंक मैनेजर बेटे ने मां का मृत्यु प्रमाणपत्र बनाकर एलआईसी का पैसा निकाल लिया। पैसा लेने के बाद गाली-गलौज और मारपीट करने लगा। यहां तक कि बेटी से भी बात नहीं करने देता था।
न मोबाइल रखने देती थी और न टेलीविजन देखने देता
पैसे का लोभी बेटा-बहू मारपीट का विरोध करने और पुलिस को सूचना न दे दे। इसलिए न तो मोबाइल रखने देते थे और न ही टेलीविजन देखने देते थे। बुजुर्ग महिला ने बताया कि उसके मात्र दो ही संतान हैं। बेटी जबलपुर में रहती है। इसके बाद भी बेटा कहता है कि सब बेटी को दे देती है। वह करे तो क्या करे?