नई दिल्ली
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मुंबई में खेले गए पहले वनडे में हेलमेट पर गेंद लगने के बाद ऋषभ पंत की जगह केएल राहुल को विकेटकीपिंग सौंपी गई। विकेटकीपर के रूप में केएल राहुल का डेब्यू शानदार रहा। पहले वनडे में भले ही वह ज्यादा सफल ना रहे हों, लेकिन राजकोट में खेले गए दूसरे वनडे में राहुल ने अपनी विकेटकीपिंग से सबको इंप्रेस किया। राहुल की विकेटकीपिंग से भारतीय गेंदबाज भी खुश नजर आए।
मैच के बाद अपने विकेटकीपिंग के रोल पर केएल राहुल ने कहा, 'मैंने रिस्ट स्पिनर कुलदीप यादव से फीडैबेक लिया था। वह एक कठिन गेंदबाज हैं, जिन्हें हिट करना आसान नहीं है। कुलदीप ने मुझे कहा कि मेरी विकेटकीपिंग बहुत अच्छी थी। मैं कीपिंग करते हुए ही बड़ा हुआ हूं, लेकिन फर्स्ट क्लास मैचों में मैंने कीपिंग नहीं की। हां, कर्नाटक के लिए वनडे और टी-20 में मैंने कीपिंग की है। लिहाजा विकेटकीपिंग से मेरा टच बना हुआ था। मुझे उम्मीद है कि विकेट कीपिंग से मैं अपने तेज गेंदबाजों और स्पिनरों को खुश कर सकूंगा।''
बता दें कि केएल राहुल ने बल्लेबाजी करते हुए 52 गेंदों पर 80 रन की पारी खेली और इसके बाद विकेटकीपर के रूप में तीन शिकार किए। यानि वह दी गई हर जिम्मेदारी को पूरा कर रहे हैं और उसका लुत्फ ले रहे हैं। इस मैच में राहुल पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करने आए थे। पारी को ओपन करना हो, नंबर 4 पर खेलना हो या नंबर 5 पर राहुल हर जगह सूट कर रहे हैं। इसके साथ ही वह विराट कोहली को विकल्प भी सुझा रहे हैं। यदि ऋषभ पंत ऑस्ट्रेलिया में होने वाले वर्ल्ड कप टी-20 में असफल रहते हैं तो राहुल उनकी जगह विकेटकीपिंग कर सकते हैं।
मैच के बाद राहुल ने कहा, ''मैं इससे अच्छी शुरुआत की सोच भी नहीं सकता था। मैं अलग अलग भूमिकाओं और जिम्मेदारियों का आनंद ले रहा हूं।'' जब उनसे पूछा गया कि नंबर पांच की अहम पोजिशन पर बल्लेबाजी करने का अनुभव कैसा रहा तो उन्होंने जवाब दिया, ''मैं पहले कुछ गेंदें खेल लेना चाहता था। विराट ने मुझसे कहा था कि गेंद बल्ले पर अच्छी तरह आ रही है। मुझे भरोसा था कि मैं अपनी क्षमता के अनुरूप बल्लेबाजी कर सकूंगा।''