श्रीनगर
जम्मू-कश्मीर में हालात सामान्य हो रहे हैं, इसी के मद्देनजर प्रशासन ने पोस्टपेड मोबाइल सेवाएं बहाल करने का फैसला किया है. सोमवार दोपहर 12 बजे के बाद से अगस्त से जारी मोबाइल सेवाओं पर पाबंदी हटा ली जाएगी. इस बात की जानकारी मुख्य सचिव रोहित कंसल ने दी. रोहित कंसल ने कहा कि लश्कर-ए-तैयबा जैसे प्रतिबंधित संगठन घाटी में आतंक फैलाने की कोशिश कर रहे हैं. घाटी में लोगों की सुरक्षा के मद्देनजर ही प्रतिबंध लगाया गया था.
पिछले महीने सरकार ने टेलीफोन के सभी एक्सचेंज चालू कर दिए थे और लैंडलाइन सेवाओं को बहाल क र दिया था. सितंबर महीने में कुपवाड़ा जिले में मोबाइल सेवा को भी बहाल कर दिया गया था. इसके अलावा आवश्यक सेवाओं और अन्य कार्यालयों से संबंधित अधिकारियों के मोबाइल नंबर भी बहाल किए गए. वहीं सभी स्वास्थ्य संस्थान भी पूरी तरह से काम कर रहे हैं.
जम्मू-कश्मीर में पिछले पांच अगस्त से टेलीफोन सेवा बंद थी. अनुच्छेद 370 हटाने के बाद एहतियातन सरकार ने फोन और इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी थी.
प्रशासन का दावा
जम्मू कश्मीर के प्रधान सचिव रोहित कंसल का दावा है कि घाटी के 90 फीसदी हिस्सों से दिन की पाबंदियां हटा ली गई हैं. न तो घरों से बाहर निकलने पर रोक है, न ही दुकानें खोलने पर. मोबाइल फोन और इंटरनेट सेवा की बहाली को लेकर सरकार हालात पर नजर बनाए हुए है. धीरे-धीरे ये पांबिदयां भी खत्म की जा रही हैं.
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद एहतियातन राज्य में मोबाइल सेवा पर रोक लगा दी गई थी. हालांकि जम्मू और लद्दाख में मोबाइल सेवा बहाल कर दी गई है लेकिन अब घाटी में भी मोबाइल सेवा बहाल कर दी गई है. इस बीच जम्मू-कश्मीर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने राज्य में मोबाइल सेवा के बंद रहने की अवधि का बिल माफ करने की मांग केंद्र सरकार से की थी.