मुंबई
आईपीएल संचालन परिषद पहली बार 'नो बॉल' के लिए विशेष अंपायर रखने की सोच रही है, क्योंकि अतीत में कई विवादित फैसलों के कारण भारतीय मैच अधिकारियों के स्तर को लेकर सवाल उठे हैं। ऐसा समझा जाता है कि आईपीएल मैचों के दौरान 'पावरप्लेयर' सब्स्टीट्यूशन भी फिलहाल शुरू नहीं किया जा रहा है, क्योंकि इस सप्ताह के आखिर में शुरू हो रही सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी राष्ट्रीय टी20 चैम्पियनशिप में इसका ट्रायल नहीं हो सकेगा।
पूर्व टेस्ट बल्लेबाज बृजेश पटेल की अध्यक्षता में हुई बैठक में एफटीपी विंडो, विदेशी खिलाड़ियों की उपलब्धता, भारतीय टीम का एफटीपी और फ्रेंचाइजी के विदेश में दोस्ताना मैच खेलने की संभावनाओं पर बात हुई। गवर्निंग काउंसिल के एक सीनियर अधिकारी ने कहा, “अगर सबकुछ ठीक रहता है तो आईपीएल के अगले संस्करण से नो बॉल चेक करने के लिए दो नियमित अंपायरों के अलावा एक अतिरिक्त अंपायर देखने को मिल सकता है। आईपीएल संचालन परिषद की पहली बैठक में इस पर बात हुई है।''
नो बॉल पर नजर रखेगा अतिरिक्त टीवी अंपायर
इंडियन प्रीमियर लीग के 2020 के संस्करण में एक अतिरिक्त टीवी अंपायर नो बॉल पर नजर रखेगा। उन्होंने कहा, “हम तकनीक का इस्तेमाल करना चाहते हैं। केवल नो बॉल की निगरानी करने के लिए हमारे पास अंपायर है। यहां भी एक अंपायर होगा, जोकि केवल नो बॉल पर ध्यान रखेगा और फिर थर्ड और फोर्थ अंपायर नहीं होगा।”
आईपीएल 2019 में नो बॉल को लेकर मचा था बवाल
पिछले आईपीएल में नो बॉल के कई फैसलों पर विवाद हुआ था। भारतीय कप्तान विराट कोहली की भारतीय अंपायर एस रवि से बहस भी हो गई थी जो एक आईपीएल मैच के दौरान मुंबई इंडियंस के लसिथ मलिंगा की नो बॉल नहीं पकड़ सके जिससे रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर वह मैच हार गई। चेन्नई सुपरकिंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धौनी और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के कप्तान विराट कोहली ने 2019 के सत्र में नो बॉल को लेकर हुई गलतियों पर खासी आपत्ति जताई थी। विराट ने यहां तक कहा था कि यह आईपीएल है, कोई क्लब स्तर का टूर्नामेंट नहीं जबकि धौनी लेग स्क्वायर अंपायर द्वारा नो बॉल का फैसला बदले जाने पर अपना आपा खो बैठे थे और मैदान में घुसकर अंपायर से बहस करने लगे थे।
क्या है पवर प्लेयर का नियम
इस नियम के तहत टीम मैच में कभी भी विकेट गिरने के बाद या ओवर खत्म के बाद खिलाड़ी को बदल सकती हैं। पावर प्लेयर के बारे में अधिकारी ने कहा, ''इस पर बात की गई, लेकिन सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में इस प्रयोग के लिए अब समय नहीं बचा है।''