नई दिल्ली
साउथ अफ्रीका के खिलाफ मोहाली में खेले गए दूसरे टी-20 मैच में युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत नंबर 4 पर बल्लेबाजी करने के लिए उतरे और सिर्फ 4 रन बनाकर आउट हो गए.
विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत के लिए यह मुकाबला महत्वपूर्ण था, क्योंकि पिछले कुछ मैचों में वह मौकों का फायदा उठाने में नाकाम रहे हैं और उन पर बेहतर प्रदर्शन करने का दबाव बढ़ता जा रहा है.
ऋषभ पंत को लेकर टीम प्रबंधन ने पहले ही साफ कर दिया था कि यह विकेटकीपर बल्लेबाज अपनी गलतियों को लगातार नहीं दोहरा सकता और अगर ऐसा किया तो खामियाजा भुगतना होगा.
मोहाली में एक बार फिर ऋषभ पंत गैर जिम्मेदाराना शॉट खेल कर आउट हो गए. टीम इंडिया के मुख्य कोच रवि शास्त्री ने भी कहा था कि ऋषभ पंत अगर वेस्टइंडीज दौरे के दौरान की गईं गलतियों को दोहराते रहेंगे, तो उन्हें इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा.
वेस्टइंडीज दौरे पर तीन मैचों की टी-20 सीरीज में ऋषभ पंत के बल्ले से 69 रन आए थे, तो वहीं तीन मैचों की वनडे सीरीज में भी वह सिर्फ 20 रन ही बना पाए.
बता दें कि ऋषभ पंत की सबसे बड़ी कमजोरी उनका शॉट सेलेक्शन माना जाता है. पंत आते ही बड़े और लंबे शॉट लगाने के बारे में सोचते हैं. अपने खराब शॉट्स के चलते ऋषभ पंत बड़ी पारियां नहीं खेल पाए.
ऋषभ पंत कई बार बेहूदा शॉट खेलकर अपना विकेट गंवाते आ रहे हैं. कई बार उनके साथ ऐसा हो चुका है. महेंद्र सिंह धोनी का उत्तराधिकारी कहे जा रहे पंत इंग्लैंड और वेल्स में खेले गए वर्ल्ड कप में भी ज्यादा प्रभावशाली नहीं रहे थे.
हाल ही में पंत को लेकर शास्त्री ने स्टार स्पोर्ट्स से कहा था, ‘यह बिल्कुल सामान्य है. खुद को निराश करना तो छोड़िए. आप टीम को भी निराश कर रहे हैं. जब क्रीज पर आपके साथ कप्तान मौजूद हो और आप लक्ष्य का पीछा कर रहे हों तो आपको समझदारी से क्रिकेट खेलना होता है.’
अगले साल होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप में अब भी 12 महीने से अधिक का समय बाकी है, लेकिन कप्तान विराट कोहली पहले ही अपनी विस्तृत योजना बना चुके हैं और उन्होंने बता दिया है कि उन्हें टीम में शामिल युवाओं से क्या उम्मीदें हैं.