संभागीय आईटीआई गोविंदपुरा में इन्क्यूबेशन सेंटर बनकर तैयार, जल्द होगा शुभारंभ
लाखों छात्र-छात्राओं को स्टार्टअप, बिजनेस आइडिया में मिलेगी मदद
Here your idea will get wings, you will get help in business idea: भोपाल. गोविंदपुरा स्थित संभागीय आईटीआई परिसर में इन्क्यूबेशन सेंटर बनकर तैयार हो चुका है। जल्द ही इसका शुभारंभ किया जाएगा। स्टार्टअप को प्रमोट करने के लिए यह तैयारी की जा रही है। संभागीय आईटीआई परिसर में इन्क्यूबेशन सेंटर में स्टार्टअप के लिए विभिन्न चरणों में काम किया जाएगा। इसके तहत स्टार्टअप शुरू करने वाले विद्यार्थी या आमजन की आइडिया पर काम किया जाएगा। यहां परीक्षण के दौरान सबसे पहले देखा जाएगा कि स्टार्टअप के लिए आवेदक द्वारा जो आइडिया दिया गया है वह पहले से ही बाजार में तो नहीं है।
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ऐसा नहीं होने पर इन्क्यूबेशन सेंटर इस पर काम शुरू करेगा और देखेगा कि इसके क्या-क्या पहलू हो सकते हैं और इस पर किस तरह से काम किया जाएगा। बाजार कैसा और कहां होगा इत्यादि की जानकारी दी जाएगी। साथ ही आवेदक को प्रोजेक्ट बनाने, स्टार्टअप शुरू करने के लिए मशीनों आदि की जानकारी, प्रोजेक्ट में लगने वाली लागत के लिए राशि (लोन दिलाने की व्यवस्था), तैयार किए गए माल को बेचने के लिए बाजार का चयन आदि करता है।
यहां आइडिया को मिलेगा मुकाम
देश के साथ-साथ मध्य प्रदेश में भी स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार द्वारा गतिविधियां तेज कर दी गई हैं। इनक्यूबेशन सेंटर एक ऐसा संस्थान है, जहां स्टार्टअप को सभी प्रकार की सुविधाएं और सहयोग दिया जाता है। इनक्यूबेशन सेंटर में स्टार्टअप के लिए टेक्निकल सपोर्ट, लीगल डॉक्यूमेंटेशन सपोर्ट, नेटवर्क, बिजनेस कनेक्शन, काम करने के लिए वर्किंग स्पेस के साथ ही सीड फंडिंग यानी शुरुआती पूंजी उपलब्ध कराई जाती है। आपके पास कोई आइडिया है, तो इन्क्यूबेशन सेंटर आपके स्टार्टअप को अपने पैरों पर खड़ा होने के लिए जो भी जरूरी है, सभी प्रकार की मदद करते हैं।
बेहतर आइडिया है तो इन्क्यूबेशन सेंटर में जाएं
इन्क्यूबेशन सेंटर शुरू होने से लाखों विद्यार्थियों को इसका लाभ मिलेगा। कोई भी छात्र पढ़ाई पूरी करने के बाद स्टार्टअप शुरू करना चाहता है या किसी भी युवा जिसके पास बेहतर बिजनेस आइडिया है, वह इन्क्यूबेशन सेंटर की मदद से आगे बढ़ सकेगा। संभागीय आईटीआई सूत्रों की माने तो प्रोजेक्ट इसलिए अहम है, क्योंकि स्टार्टअप को लेकर युवाओं में के्रज बढ़ रहा है। ऐसे में नए और डिफरेंट बिजनेस आइडिया के साथ जो युवा स्टार्टअप शुरू करना चाहते हैं, उन्हें सेंटर पर पूरी मदद मिलेगी।
सपोर्ट सिस्टम
स्टार्टअप प्लेस: प्रोजेक्ट शुरू करने के लिए स्थान का चयन करना।
आर एंड डी (इंडस्ट्री एक्सपर्ट): इसके लिए इंडस्ट्री एक्सपर्ट द्वारा रिसर्च कर प्रोजेक्ट शुरू करने के लिए जानकारी उपलब्ध कराना।
टेक्नोलॉजी: उपयोग आने वाली टेक्नालॉजी की जानकारी देना।
मार्केटिंग: उत्पादन शुरू होने के बाद बिक्री के लिए बाजार तलाशना
नेटवर्किंग: उत्पादन बिक्री के लिए ग्राहकों के लिए नेटवर्किंग करना
फाइनेंसियल असिस्ट: इसके साथ ही प्रोजेक्ट लगाने के लिए राशि (लोन) की व्यवस्था करना आदि है।