गणेश जी को विघ्नहर्ता कहा गया है। जो भी भक्त गजानन की अराधना सच्चे दिल से करता है भगवान उसकी सारी दिक्कतों को दूर कर देते हैं। भाद्रपद की चतुर्थी को गणेश जी की विशेष अराधना की जाती है। इस दिन का इंतजार सभी गणेश भक्तों को होता है। गणेश चतुर्थी के दिन सभी भक्त अपने घरों में गणेश जी की स्थापना करते हैं। इस साल गणेश चतुर्थी 2 सितंबर को मनाया जाएगी। लोगों में अभी से उत्साह देखने को मिल रहा है।
घर में गणपति लाने से पहले आपको इस बात का जरूर ध्यान रखना चाहिए कि कौन सी दिशा गणेश स्थापना के लिए शुभ है। घर में मंगल कामना के लिए लोग अपने गणेश जी को स्थापित करते हैं। ऐसे में वास्तु शास्त्र में बताया गया है कि गणेश जी की मूर्ति उत्तर-पूर्व दिशा में स्थापित करना शुभ माना जाता है।
गणेश जी की मूर्ति या तस्वीर को जब अपने घर लाएं तो इस बात का ध्यान रखें कि गणेश जी की सूंड बाएं हाथ की ओर घुमी हुई हो।
संतान सुख की कामना रखने के लिए अपने घर में बाल गणेश की प्रतिमा लगानी चाहिए। इनकी नियमति पूजा करने से संतान के मामले में आने वाली बाधाएं दूर हो जाती है।
नाचते हुए गणेश जी की प्रतिमा लगाने से घर में आनंद, उत्साह और उन्नति होती है। इस प्रकार की प्रतिमा की पूजा करने से छात्रों और कलाकार को विशेष लाभ मिलता है।