नई दिल्ली
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) चुनाव में कड़ी सुरक्षा के बीच गुरुवार को मतदान हुआ. आज यानी शुक्रवार को दोपहर बाद नतीजे आएंगे. डीयू के मॉर्निंग कॉलेजों में सुबह 8:30 से दोपहर 1 बजे तक, जबकि इवनिंग कॉलेजों में 3 बजे दोपहर से शाम को 7:30 बजे तक वोट डाले गए. वोटिंग के दौरान एक्का-दुक्का घटनाओं को छोड़कर हंगामे की कोशिश की खबर नहीं मिली. मतदान के लिए 52 केंद्र बनाए गए थे.
चुनाव समिति ने बताया कि डूसू चुनाव में 39.90 प्रतिशत वोटिंग हुई. नॉर्थ कैंपस के 17 बूथों पर दोपहर तक 38 फीसद वोट पड़े.
इन चुनावों में विवाद भी हुआ. नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) ने दावा किया कि संयुक्त सचिव पद के उसके उम्मीदवार अभिषेक चपराना को दक्षिण दिल्ली के दयाल सिंह कॉलेज में मतदान केंद्रों पर नहीं जाने दिया. संगठन ने दावा किया कि चापर्णा को गैरकानूनी ढंग से हिरासत में लिया गया है. हालांकि पुलिस ने कहा कि वह उम्मीदवार कॉलेज के बाहर प्रचार कर रहा था जिसकी इजाजत नहीं है. पुलिस ने कहा कि जब उसे प्रचार करने से रोका गया तो उसने पुलिसकर्मियों के साथ खराब बर्ताव किया इसलिए उसे हिरासत में लेना पड़ा.
मतदान के लिए छात्रों के पास कॉलेज आईडी कार्ड या फिर एडमिशन की स्लिप होना जरूरी था. इसके अलावा ड्राइविंग लाइसेंस, आधार कार्ड, पैन कार्ड और वोटर आईडी कार्ड भी जरूरी थे. मुख्य मुकाबला भारतीय जनता पार्टी समर्थित अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) और कांग्रेस के छात्र संगठन भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ (एनएसयूआई) के बीच है.
एनएसयूआई से अध्यक्ष पद के लिए अंकित भारती, सचिव पद पर आशीष लांबा और संयुक्त सचिव पद के लिए अभिषेक चपराना उम्मीदवार हैं. पिछले चुनाव में एबीवीपी ने अध्यक्ष समेत तीन पदों पर जीत हासिल की थी जबकि एनएसयूआई को सचिव पद पर जीत मिली थी. एबीवीपी से अध्यक्ष पद के लिए अंक्षित दहिया मैदान में हैं. उन्हें एनएसयूआई की चेतना त्यागी टक्कर दे रही हैं. वामपंथी समर्थित AISA से दामिनी कैन और एसआईडीएसओ से रोशनी किस्मत आजमा रहीं हैं.