पटना
पूरे देश में नए मोटर व्हीकल कानून को लेकर लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है. बिहार के पटना में भी लोगों ने सरकार के खिलाफ गुस्सा जाहिर किया. इस दौरान गुस्साए लोग पुलिस से भिड़ गए. सड़क पर वाहन चलाने वाले लोग पुलिस से खासकर नाराज हैं क्योंकि पुलिस ही भारी संख्या में चालान काट रही है.
बिहार पुलिस के मुखिया ही ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ाते नजर आए. डीजीपी गाड़ी में बैठे हुए थे और उन्होंने सीट बेल्ट भी नहीं लगाई हुई थी. अब सवाल है कि प्रदेश के पुलिस मुखिया ही ट्रैफिक के नियम को तोड़ते नजर आएंगे तो फिर उनका चालान आखिर कौन काटेगा?
बिहार पुलिस के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे गुरुवार को एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए छपरा गए हुए थे. मगर इसी दौरान डीजीपी महोदय जब अपनी गाड़ी में बैठे हुए थे तो उन्होंने सीट बेल्ट नहीं लगाई थी और उनकी यह तस्वीर कैमरे में कैद हो गई.
जब डीजीपी महोदय ने ही ट्रैफिक के नियमों का उल्लंघन करने की सोच रखी हो और सीट बेल्ट नहीं लगाई तो फिर उनके जूनियर भी उन्हीं का अनुसरण करते हुए नजर आए. इसी कार्यक्रमों से निकलने के दौरान सारन रेंज के डीआईजी विजय कुमार वर्मा और जिले के एसपी भी बिना सीट बेल्ट लगाए अपनी गाड़ी में बैठे और रवाना हो गए. ऐसे में सवाल उठता है कि जब पुलिस का मुखिया ही कानून का उल्लंघन करेंगे तो वह फिर आम लोगों से कैसे उम्मीद कर सकते हैं कि वह सड़क नियमों का पालन करें.
इस मामले में जब जिले के मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर विनोद कुमार सिंह से सवाल पूछा गया तो उन्होंने बताया कि गाड़ी पर चाहे व्यक्ति आगे की सीट पर बैठा हो या पीछे की सीट पर उसे सीट बेल्ट लगाना अनिवार्य है और ऐसा नहीं करना ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन है. हालांकि, जब मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर से डीजीपी के ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उनकी नजर में अभी यह मामला नहीं आया है.