भोपाल
प्रदेश में रेत के अवैध उत्खनन को लेकर रार थम नहीं रही है। वरिष्ठ मंत्री डॉ.गोविन्द सिंह द्वारा अफसरों के संरक्षण में हो रहे अवैध उत्खनन का आरोप लगाने के बाद नदी न्यास अध्यक्ष कम्प्यूटर बाबा सामने आये हैं। बाबा ने भोपाल में एक अवसर पर कहा है कि सहकारिता मंत्री ग्वालियर चंबल के आधार पर पूरे प्रदेश में रेत का अवैध उत्खनन होने का आंकलन नहीं कर सकते। मेरा दावा है कि नर्मदा और नर्मदा की सहायक नदियों के आसपास रेत का अवैध उत्खनन नहीं हो रहा है। जहां तक सिंधु नदी के आसपास अवैध उत्खनन होने की बात है तो मैं स्वयं जाकर देखूंगा। मुख्यमंत्री कमलनाथ की मंशा है कि प्रदेशभर में अवैध उत्खनन रुके। इसके लिये लगातार प्रयास हो रहे हैं।
वहीं सहकारिता मंत्री गोविन्द सिंह का कहना है कि कम्प्यूटर बाबा ने शायद अभीतक सिंधु नदी का भ्रमण नहीं किया है। अब चंबल में इस समय उनके देखने का कोई मतलब नहीं क्योंकि माताटीला से पानी छोड़ा जा चुका है। नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। सिंधु नदी में मढ़ीखेड़ा बांध से भी पानी छोड़ा गया है। उन्होंने अभी तक कुछ भी नहीं देखा। अगर उनके पास दूरबीन हो तो अलग बात है।
लोक निर्माण मंत्री सज्जन सिंह वर्मा का कहना है कि वरिष्ठ मंत्री डॉ.गोविंद सिंह ने चिंता जाहिर की है। अधिकारियों की क्या मजाल है कि वे बात नहीं सुने। अगर मेरे अधिकारी नहीं सुनेंगे तो मैं अपने पद से इस्तीफा दे दूंगा।