भोपाल
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में पीसीसी चीफ (PCC Chief) बनाए जाने के सवालों के बीच कांग्रेस के पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने सीएम कमलनाथ से मुलाकात की. वह मंगलवार शाम करीब 6:30 बजे मुंगावली से भोपाल पहुंचे और सीधे सीएम हाउस जाकर मुख्यमंत्री कमलनाथ (CM Kamal Nath) से मिले. दोनों नेताओं के बीच करीब आधे घंटे तक बातचीत हुई.
हालांकि इस मुलाकात को लेकर यूं तो कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं, लेकिन सिंधिया ने साफ किया है कि मीटिंग में उन्होंने सीएम के सामने प्रदेश में बाढ़ के हालातों को लेकर चर्चा की. सिंधिया की बात मानें तो उन्होंने बाढ़ आपदा (Flood Disaster) से नुकसान के दोबारा सर्वे की मांग की है, क्योंकि नुकसान का सही आकलन बारिश रुकने के बाद ही किया जा सकेगा.
सिंधिया की मानें तो अभी उन्होंने तीन दिन का दौरा किया है, लेकिन आने वाले दिनों में प्रदेश के कई अन्य इलाकों में जाएंगे और किसानों के अलावा आम लोगों से मुलाकात करेंगे. उन्होंने ये भी कहा है कि उन्होंने सीएम के सामने किसानों को बीमा की राशि उचित और सही समय पर मिल जाए ऐसे इंतजाम करने का अनुरोध किया है. इसके जवाब में सीएम कमलनाथ की ओर से उन्हें उचित कदम उठाए जाने का भरोसा दिया गया है.
जबकि केंद्र की ओर से मध्य प्रदेश को राहत राशि जारी नहीं किए जाने के सवाल पर सिंधिया ने कहा कि वो उम्मीद करते हैं कि केंद्र सरकार बिना किसी भेदभाव के ये राशि प्रदेश हित में जारी करेगी. हालांकि प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने के सवाल पर सिंधिया ने साफ किया कि वो सीएम हाउस राजनीति की बातें करने नहीं आए हैं और जो फैसला उनके हाथ में नहीं हैं उस पर कोई बयान नहीं देना चाहते. वैसे उनके साथ राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत और श्रम मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने भी सीएम से मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद मध्य प्रदेश में पीसीसी अध्यक्ष को लेकर अटकलों का बाजार फिर गरम हो गया है.
सीएम सिंधिया के मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं. मायने इसलिए भी क्योंकि मंगलवार जिस दिन सिंधिया सीएम कमलनाथ से मिले उससे ठीक एक- दो दिन पहले वह (सीएम) दिल्ली दौरे से भोपाल वापस आए हैं. इससे पहले भी सीएम के लगातार दिल्ली दौरे हुए हैं और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से लेकर कई आला नेताओं से मुलाकात हुई है. वैसे सिंधिया के नाम का पीसीसी अध्यक्ष के तौर पर भले ही ऐलान न हुआ हो, लेकिन प्रदेश अध्यक्ष बनने की रेस में वो सबसे आगे चल रहे हैं. ऐसी अटकलें ये भी हैं कि क्या दोनों नेताओं के बीच इस मुद्दे पर भी कोई सहमति बनी है.