लखनऊ
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हिंदू समाज पार्टी और हिंदू महासभा के नेता कमलेश तिवारी पर शुक्रवार को बदमाशों ने दिनदहाड़े चाकू से हमला कर दिया. उन्हें तत्काल ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया.
चाकू से 15 बार किया वार
बताया जा रहा है कि भगवा कपड़े पहने हमलावर मिठाई के डिब्बे में चाकू, कट्टा लेकर आए खुर्शीद बाग इलाके में स्थित तिवारी के दफ्तर में घुसे थे. हमलावरों ने मिठाई का डब्बा खोला और गर्दन रेतकर उनकी हत्या कर दी. हमलावरों की पूरी वारदात सीसीटीवी में कैद हो गई. सीसीटीवी कैमरे में कैद वारदात के मुताबिक हमलावरों ने कमलेश तिवारी की ठोड़ी और सीने में चाकू से 15 से ज्यादा वार किए. वारदात को अंजाम देने के बाद हमलावर मौके से फरार हो गए.
सूरत से लिया गया था मिठाई का डिब्बा
जांच में पता चला कि कमलेश तिवारी हत्याकांड में इस्तेमाल मिठाई का डिब्बा 16 अक्टूबर को सूरत की मिठाई के दुकान से खरीदा गया थ. पुलिस इस मामले की जांच में जुटी है.
दोनों संदिग्धों की हुई पहचान
जिसके बाद कमलेश तिवारी को ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी. सूत्रों के मुताबिक चश्मदीद ने दोनों संदिग्धों की पहचान कर ली है. हिंदू महासभा के पूर्व नेता कमलेश तिवारी ने वर्ष 2017 जनवरी में ही हिंदू समाज पार्टी की स्थापना की थी. तिवारी इससे पहले हिंदू महासभा के अध्यक्ष रह चुके थे.
कमलेश तिवारी पैगंबर मुहम्मद से जुड़ी विवादास्पद टिप्पणी की थी, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था और उन पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) लगाया गया था. हाल ही में इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ पीठ ने उनके खिलाफ एनएसए रद्द कर दिया था.
लखनऊ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने कहा कि हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमों का गठन किया गया है. इस महीने दक्षिणपंथी नेता की हुई यह चौथी हत्या है.
वहीं बस्ती में 10 अक्टूबर को एक अन्य बीजेपी नेता और पूर्व में छात्र नेता रहे कबीर तिवारी की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जिसके कारण छात्र गुटों में तोड़फोड़ हुई थी और सरकारी वाहनों को जला दिया गया था. इसके अलावा बीजेपी पार्षद धरा सिंह को 13 अक्टूबर को सहारनपुर के देवबंद में अज्ञात हमलावरों ने गोली मार दी थी.