लखनऊ
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को विधानसभा में बताया है कि राज्य सरकार का ऐसा कोई प्रावधान नहीं है, जिससे पिछले 6 महीने में दंगे में मरने वाले लोगों के परिवारों को मुआवजा दिया जा सके। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, 'मुआवजा देने का सवाल ही नहीं है।' सीएम योगी ने सदन को जानकारी दी कि पिछले 6 महीने में दंगों और विरोध प्रदर्शनों में 21 लोगों की मौत हो गई।
'पुलिस की गोलियों से नहीं गई जान'
सीएम योगी ने बताया, 'प्रदर्शनकारियों की पत्थरबाजी में 400 पुलिसकर्मी घायल हो गए, जबकि 61 पुलिसवालों को गोलियां लगी हैं।' सरकार ने दावा किया है कि 19-20 दिसंबर को नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में हो रहे प्रदर्शनों के दौरान भड़के दंगों में मारे गए 21 लोगों में से किसी की भी मौत पुलिस की गोलियों से नहीं हुई है। पिछले हफ्ते सीएम योगी ने बताया था कि 'दंगाइयों की मौत दंगाइयों के हाथों' ही हुई।
मुआवजा देने का क्या प्रावधान?
सीएम योगी मंगलवार को समाजवादी पार्टी विधायक राकेश प्रताप सिंह के सवाल का जवाब दे हे थे। सिंह ने पिछले 6 महीने में दंगे से जुड़ी घटनाओं में मारे गए लोगों की संख्या को लेकर सवाल किया था। उन्होंने यह भी पूछा था कि क्या सरकार पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने के लिए कोई प्रावधान बनाएगी। गौरतलब है कि विपक्ष पहले ही सीएए-एनआरसी के खिलाफ हो रहे दंगों से निपटने में सरकार की विफलता पर लगातार सवाल खड़े कर रही है।
हालांकि जिन लोगों की मौत हुई है, उनके परिवारवालों का कहना है कि उनकी मौत हिंसा में फंसने के चलते हुई थी और वे दोषी नहीं है। वाराणसी में एक 8 वर्षीय बालक की भगदड़ में मौत हो गई, जब पुलिस प्रदर्शनकारियों को दौड़ा रही थी।