लखनऊ
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी समेत कई लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. इन लोगों पर नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन को लेकर मुकदमा दर्ज किया गया है.
अजीज कुरैशी और प्रियंका मिश्रा सहित कई अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. इन लोगों ने रविवार को लखनऊ में सीएए और एनआरसी के खिलाफ कैंडल मार्च निकाला था.
दरअसल इससे पहले शुक्रवार को घंटाघर पर नागिरकता संशोधन अधिनियम(सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर(एनआरसी) के खिलाफ कुछ लोगों ने सीआरपीसी की धारा 144 लगने के बाद भी कैंडल मार्च निकाला था. समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक मार्च निकालने के बाद 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया था.
पुलिस के साथ हुई थी प्रदर्शनकारियों की बहस
सभी लोगों के खिलाफ आईपीसी की कई धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया था. एफआईआर ठाकुरगंज पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई है. दरअसल 30 जनवरी जनवरी को प्रदर्शनकारी घंटाघर चौक पर इकट्ठे हुए थे और विरोध प्रदर्शन निकालने की कोशिश कर रहे थे. विरोध स्थल पर टेंट के निर्माण को लेकर भी पुलिस के साथ प्रदर्शनकारियों की बहस हुई थी.
144 लागू होने के बाद भी निकाला विरोध प्रर्दशन
प्रदर्शनकारियों से पुलिस ने कहा था कि वे बिना पूर्व अनुमति के मार्च नहीं निकाल सकते हैं, क्योंकि इलाके में धारा 144 लागू है. फिर भी प्रदर्शनकारियों ने मार्च निकालने की कोशिश की थी . गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान मोहम्मद ताहिर, जुगनू, मोहम्मद शान खान, रहबर, दाऊद, शावेज और तुफैल सिद्दीकी के तौर पर हुई है.