भोपाल
भारत बंद को लेकर किसी बड़े राजनीतिक दल ने ऐलान नहीं किया है, लेकिन कुछ संगठन और सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे संदेशों में बुधवार को भारत बंद का ऐलान किया जा रहा है. पुलिस भी बंद को गैरकानूनी बता रही है. इन सबके बीच भोपाल से कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने भारत बंद का समर्थन कर चर्चा को हवा दे दी है.
नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में भारत बंद को लेकर भोपाल में बैनर पोस्टर लगे हुए हैं. साथ ही कई तरह के मैसेज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. कुछ प्रदर्शनकारी संगठनों ने 29 जनवरी यानि बुधवार को भारत बंद बुलाया है. हालांकि, भोपाल पुलिस और जिला प्रशासन ने इस तरह के बंद को गैर कानूनी बताया है. भोपाल के कलेक्टर ने शहर में धारा 144 का हवाला देते हुए प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई की बात कही है.
हंगामा करने पर होगी कार्रवाई
डीआईजी इरशाद वली ने भी हंगामा करने और जबरिया बाज़ार बंद कराने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही है, लेकिन भोपाल से कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ही इस बंद का समर्थन कर रहे हैं. वहीं, भारत बंद का कांग्रेस विधायक आरीफ मसूद ने समर्थन किया है. सीएए और एनआरपी के विरोध में सोशल मीडिया पर भारत बंद के मैसेज वायरल होते रहे हैं.
'भारत बंद' के आह्वान को लेकर असमंजस
29 जनवरी को भारत बंद का अज्ञात लोगों ने आह्वान किया है. यह मैसेजे सोशल मीडिया पर वायरल होता रहा. भोपाल के बाज़ारों में भी बंद के पोस्टर बैनर लगा दिए गए. प्रशासन ने आनन-फानन में बैठक बुलाई और भारत बंद को लेकर अधिकारियों से चर्चा की. उन्हें कानून व्यवस्था को बनाए रखने के निर्देश दिए गए. सोशल मिडिया पर चल रहे वायरल मैसेज पर भी प्रशासन नज़र बनाए हुए है. कलेक्टर तरुण पिथौड़े का कहना है कि सोशल मीडिया पर भड़काऊ मैसेज पोस्ट करने वालों पर साइबर क्राइम के तहत मामला दर्ज किया जाएगी. ग्रुप एडमिन पर कार्रवाई की जाएगी.बाज़ार ज़बरदस्ती बंद कराने पर होगी FIR
प्रशासन ने साफ कर दिया है कि भारत बंद गैरकानूनी है. शहर के कई इलाकों में धारा 144 लागू है, इसलिए धरना-प्रदर्शन और रैली की इजाज़त नहीं है. कोई भी संगठन अगर लोगों को परेशान करेगा तो उस पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. स्कूल-कॉलेज बंद रखने का प्रशसन ने कोई निर्णय नहीं लिया है.
रों में व्यापारियों से चर्चा की है.