भोपाल
कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद (Arif Masood) ने भोपाल में घर-घर जाकर एनआरसी (NRC), सीएए और एनपीआर के खिलाफ पोस्टर चिपकाए हैं. इसके साथ ही उन्होंने दीवारों 'सविधान बचाएंगे, हम कागज नहीं दिखाएंगे' स्लोगन भी लिखा. विधायक ने कहा कि अब मध्य प्रदेश में एक मुहिम चलाई जाएगी जिसमें प्रत्येक घर पर यह स्लोगन लिखवाया जाएगा. विधायक ने कहा कि सविधान बचाएंगे हम कागज नहीं दिखाएंगे, नो सीएए और नो एनपीआर स्लोगन की शुरुआत भोपाल से की है और इसके बारे में वार्डो एवं मोहल्लों में बैठक करके लोगों को जागरुक किया जाएगा.
कांग्रेस विधयाक आरिफ मसूद ने भोपाल के जहांगीराबाद में लोगों के घर-घर जाकर नो एनआरसी, नो सीएए के पोस्टर लगाए और जनगणना सर्वे के दौरान लोगों से कागजात न दिखाने की अपील की. विधायक मसूद ने कहा कि यह काले कानून हैं जो देश की जनता के ऊपर थोपे जा रहे हैं. जब तक इन्हें वापस नहीं लिया जाएगा हमारा विरोध जारी रहेगा. साथ ही उन्होंने कहा कि हम बाबा साहब अम्बेडकर के संविधान को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं. जबकि इसकी शुरुआत दलित बस्ती से की गई है. विधायक आरिफ मसूद ने कहा कि मेरी विधानसभा से इसकी शुरुआत हुई है और यह मुहिम भोपाल के साथ पूरे प्रदेश में चलाई जाएगी.
विधायक आरिफ मसूद ने कहा कि जनसंख्या सेन्सस एक्ट और सीएए 1965 में पॉपुलेशन रजिस्टर का कोई उल्लेख नहीं है. जबकि घर और घरवालों की जानकारी प्राइवेट डेटा है, जो कि हमारे मूल अधिकारों का हनन है. हम बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर के संविधान को बचाने निकले हैं. हमारे इस आंदोलन में सभी धर्म और सभी समाज के लोग शामिल हैं.
भाजपा ने विधायक आरिफ मसूद के इस कदम को संविधान की खिलाफत बताया है. पूर्व मंत्री विश्वास सारंग ने इस स्लोगन वाले मुद्दे पर कहा कि जब कानून बन गया है तो इस कानून का विरोध करना कानूनन जुर्म है.