अलीगढ़
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के एक स्टूडेंट ने सोमवार को आंसू गैस का गोला लगने से अपना दायां हाथ खो दिया। पुलिस रविवार रात को हो रहे प्रदर्शनों के दौरान आंसू गैस के गोले दाग रही थी जो इस छात्र के हाथ पर ही जा फटा। नागरिकता संशोधन कानून का विरोध प्रदर्शन हिंसक होने से करीब 60 स्टूडेंट्स घायल हो गए। गौरतलब है कि रविवार की रात कैंपस के बाहर तैनात सिक्यॉरिटी गार्ड्स पर पत्थरबाजी काफी हिंसक हो गई थी।
कई छात्र घायल
पुलिस ने सोमवार सुबह करीब 1000 लोगों के खिलाफ आईपीसी की धाराओं के तहत दो एफआईआर दर्ज कराईं। इनमें से 52 की पहचान कर ली गई है और 26 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इनमें से 7 यूनिवर्सिटी के छात्र हैं, जबकि बाकी पूर्व छात्र और स्थानीय लोग हैं। ये सभी विरोध प्रदर्शनों में हिस्सा ले रहे थे।
सभी को सोमवार देर शाम सशर्त जमानत पर छोड़ दिया गया। प्रदर्शनों में घायल हुए ज्यादातर छात्रों को फर्स्ट एड देकर छोड़ दिया गया। हालांकि, केमिस्ट्री डिपार्टमेंट के रीसर्च स्कॉलर नासिर ने अपना हाथ खो दिया। उनके अलावा तीन और छात्रों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
CAA के खिलाफ नदवा में प्रदर्शन
दिल्ली में जामिया, अलीगढ़ में एएमयू के बाद अब लखनऊ के नदवा कॉलेज में भी नागरिकता संशोधन ऐक्ट (CAA) के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गया है। सोमवार को नदवा कॉलेज में छात्रों का उग्र प्रदर्शन हुआ। इस दौरान पुलिसकर्मियों पर पत्थर भी फेंके गए। नारेबाजी कर रहे छात्रों ने 30 सेकंड तक पुलिस पर पथराव किया। हालात अब सामान्य हैं और छात्र अपनी क्लासेज के लिए लौट गए हैं।
'कंट्रोल में हालात'
वहीं, झड़पों में कई पुलिस वाले भी घायल हो गए। अलीगढ़ एसएसपी आकाश कुल्हाड़ी ने बताया है कि 52 में से 26 स्टूडेंट कैंपस से हिंसा करने के लिए गिरफ्तार किए गए हैं। कुल्हाड़ी ने बताया कि इन छात्रों के खिलाफ आईपीसी की धाराओं के तहत दंगे करने, हत्या की कोशिश और आपराधिक साजिश के लिए एफआईआर दर्ज की हैं। अडिशनल डायरेक्टर जनरल (आगरा जोन) अजय आनंद ने बताया है कि हालात काबू में हैं और शहर में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी कदम उठाए जा रहे हैं।