भोपाल
नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (NRC) को पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने सभी के खिलाफ बताया है. पूर्व सीएम ने कहा ये बिल सिर्फ मुस्लिम नहीं, बल्कि सबके खिलाफ है. सिंह ने कहा, 'नागरिकता सर्टिफिकेट किसके पास है, मेरे पास भी नहीं है.
ये नागरिकता सर्टिफिकेट होता क्या है, जो वोटर है वो नागरिक है.' CAA के विरोध में भोपाल में हुई रैली को संबोधित करते हुए दिग्विजय सिंह ने केंद्र सरकार और भाजपा (BJP) पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा, 'नागरिकता के लिए 8 प्रमाणपत्र चाहिए, नागरिकता सर्टिफिकेट, जमीन का रिकॉर्ड है तो सर्टिफिकेट, रिफ्यूजी सर्टिफिकेट…, कहां से लाएंगे ये सब. 1971 के पहले का स्कूल सर्टिफिकेट लाना होगा. 8 प्रमाणपत्र केवल मुसलमानों को ही नहीं, हिंदुओं बल्कि हर समाज के लोगों को देना होगा. ये कानून भारत के सभी नागरिकों के खिलाफ है. केवल मुसलमानों के खिलाफ नहीं है. हिंदु भाई इस बात को आप सब कब समझोगे.'
पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने अपने संबोधन के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा, 'गृह मंत्री अमित शाह को दिग्वजिय सिंह का भूत क्यों सताता है? गृह मंत्री बार-बार अपने भाषण में मेरा जिक्र करते हैं. वाह अमित शाह जी, इतना प्रेम क्यों है मुझसे आपको.' दिग्विजय सिंह ने कहा, 'अमित शाह जी आप हमेशा बोलते हैं कि हिंदुस्तान के मुसलमान मुझ पर भरोसा करें. अमित शाह जी मुसलमान आप पर भरोसा कैसे करें. 2002 के गुजरात दंगों के बाद कोई मुसलमान तुम पर भरोसा कैसे करेगा. हजारों लोगों के घर आपने उजाड़ दिए. हजारों निर्दोष लोगों को आपने मार डाला. गुजरात के दंगा पीड़ितों को आज तक नहीं बसाया. फिर कहते हो कि हिंदुस्तान के मुसलमानों डरो नहीं, हम पर भरोसा करो…, कौन आप पर भरोसा करेगा.'
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने भाषण के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी और पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान पर भी हमला बोला. सीएए के खिलाफ में उन्होंने कहा, 'इस कानून के विरोध में आखिरी दम तक लड़ूंगा. जिसको डर है ईडी का, जिसको डर है सीबीआई का, जिसको डर है इनकम टैक्स का, वह इस बिल का विरोध नहीं करेगा. हम सामने खड़े हैं, विरोध कर रहे हैं, जो करना है करके दिखाओ.' खुद पर हुए भाजपा के हमलों को लेकर दिग्विजय सिंह ने कहा, '10 साल तक मुख्यमंत्री रहा…, एक-एक फाइल खंगाल मारी मामा ने. कहा कि दिग्विजय सिंह को पकड़ो, बहुत बोलता है. मामा की फौज लग गई, मोदी की फौज लग गई, लेकिन दिग्विजय सिंह का कुछ नहीं बिगाड़ पाए. अब इस कानून के विरोध में भी आखिरी दम तक लड़ूंगा. जिस तरह हिंदु-मुस्लिम को एक करने के लिए महात्मा गांधी ने लड़ाई लड़ी थी, उसी तरह मैं भी संघर्ष करूंगा.'