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CAA के खिलाफ बोले ओवैसी- ये सिर्फ मुस्लिमों की नहीं, देश बचाने की लड़ाई

 
हैदराबाद 

ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार देर रात हैदराबाद के दारुस्सलाम में जनसभा को संबोधित किया. नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन (एनआरसी) के विरोध में बुलाई गई रैली को संबोधित करते हुए ओवैसी ने पीएम मोदी और अमित शाह पर जमकर निशाना साधा साथ ही लोगों से CAA के खिलाफ बीजेपी को संदेश देने के लिए अपने घरों के बाहर तिरंगा लहराने की अपील की.

रैली में आए लोगों से उन्होंने कहा कि आप लोग अपने-अपने घरों के बाहर तिरंगा लहराएं. लोग नागरिकता कानून और एनआरसी के विरोध में ऐसा करें. ये विरोध का संकेत होगा. AIMIM चीफ ने कहा कि लोगों को गोली मारी जा रही है जो सही नहीं है. मैं CAA से सिर्फ धर्म को हटाने की मांग कर रहा हूं. नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर और एनआरसी काला कानून है. पीएम मोदी को पता है कि हमारी अर्थव्यवस्था खराब हालत में है, लेकिन वह बेरोजगारी, जीडीपी और अर्थव्यवस्था पर बात नहीं करेंगे.
 
'लड़ाई सिर्फ मुसलमानों की नहीं'
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि हमारे घरों पर तिरंगा होना राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और बीजेपी के लिए संदेश होगा कि महात्मा गांधी और अंबेडकर का संदेश और संविधान अभी भी जिंदा है. ये मुसलमानों की लड़ाई नहीं है और इस लड़ाई में अकेले मुसलमान नहीं हैं. ये देश को बचाने की लड़ाई है. पीएम मोदी देश को धर्म के नाम पर चलाना चाहते हैं.
ओवैसी ने कहा कि बीजेपी टू नेशन थ्योरी की बात करती है. इतिहास में कमजोर पीएम मोदी और अमित शाह को मैं बताना चाहता हूं कि ये वही दारुस्सलाम मैदान है जहां पर जिन्ना ने एक सभा में हिस्सा लिया था. तब हमने उनकी मांग को ठुकरा दिया था. अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश से आने वाले लोगों को नागरिकता देने पर हमें कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन ये सिर्फ धर्म के आधार पर ही क्यों.

'हिंसा से बचना होगा'
AIMIM चीफ ने कहा कि बीजेपी हमें गद्दार कहती है, लेकिन बता दूं कि मैं जन्म से ही भारतीय हूं. आजादी के 70 साल बाद आप हमारे ऊपर सवाल उठा रहे हैं. ओवैसी ने कहा कि मैं मोदी के समर्थकों को चेतावनी देता हूं कि उन्हें भी कतार में लगना होगा.  

उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर कहते हैं कि आधार कार्ड के होने से कोई दिक्कत नहीं होगी. ओवैसी ने बताया कि आधार का सेक्शन 9 मंत्री की बात को खारिज करता है. देश में सिर्फ 4 फीसदी लोगों के पास पासपोर्ट है. उन्होंने कहा कि एनपीआर, एनआरसी की शुरुआत है. असम में 5.40 लाख हिंदू बंगालियों को CAA के तहत नागरिकता मिल जाएगी, लेकिन मुस्लिमों को नहीं मिलेगी. ये लंबी लड़ाई होगी. हमें बिना हिंसा के 6 से 7 महीने तक प्रदर्शन करना होगा.

उन्होंने कहा कि मारे गए लोगों पर मैं राजनीति नहीं करूंगा. यूपी में एक दिन में 12 लोगों की मौत हो जाती है, क्योंकि वहां के सीएम बदला लेने की बात करते हैं. हमें गांधी के बताए रास्ते पर सरकार के खिलाफ लड़ाई जारी रखनी होगी. बीजेपी की सरकार आने के बाद हमने लव जिहाद, घर वापसी और मॉब लिंचिंग के बारे में सुना. जामिया और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में जो हुआ मैं उसकी निंदा करता हूं. 30 जनवरी 2020, 23 मार्च और 14 अप्रैल को हम संविधान बचाओ दिवस के रूप में मनाएंगे.

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