भेल क्षेत्र के रत्नागिरी का मामला, नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारी नहीं दे रहे ध्यान
Building material stored for sale till the main road side: भोपाल. नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारियों की अनदेखी और लापरवाही से अतिक्रमणकारियों के हौसले बुलंद हैं। इनकों किसी का भी खौफ नहीं है, चाहे नगर निगम के वार्ड के अधिकारी हों या फिर जनप्रतिनिधि ये सबके चहेते होते हैं। ऐसा ही मामला भेल क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 64 के रत्नागिरी में देखने में आया है। यहां भवन निर्माण सामग्री के विक्रेता सडक़ किनारे अतिक्रमण कर निर्माण सामग्री, गिट्टी, रेत, ईंट, मलबा आदि का ढेर लगा रखे हैं।
यह अतिक्रमण नगर निगम के जिम्मेदार जोनल अधिकारी, अतिक्रमण अधिकारी, वार्ड प्रभारी, दरोगा, क्षेत्रीय पार्षद सहित सभी को दिखता है और पता भी होता है, इकसे बाद भी ऐसे लोगों के खिलाफ न तो पैनाल्टी लगाई जाती है और न ही कार्रवाई की जाती है। यहां की पार्षद छाया ठाकुर हैं। सूत्रों की माने तो क्षेत्रीय पार्षद का वोट बैंक होने से वे अपना वोट खराब नहीं करना चाहते, तो वहीं नगर निगम के अधिकारी दुकानदार के सेवा भाव से खुश होकर चहकते रहते हैं।
नाम नहीं छापने की शर्त पर कुछ रहवासियों ने बताया कि इस संबंध में कई बार आपत्ति दर्ज कराने के बाद भी अब तक इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इससे सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि राजधानी में मुख्य मार्ग के किनारे जब यह हाल है तो बाहरी क्षेत्रों की हालत कैसी होगी।
मुख्य सडक़ तक कर रखा है कब्जा
बता दें कि भवन निर्माण सामग्री के विके्रताओं ने सर्विस रोड तो कब्जे में ले ही रखा है, मुख्य सडक़ किनारे तक ईंट, रेत और गिट्टी का ढेर लगा रखा है। इसके साथ ही सडक़ पर मिनी ट्रक, डम्पर, टै्रक्टर-ट्राली जैसे छोटे-बड़े वाहनों को भी मुख्य सडक़ पर खड़े कर मटेरियल लोड और अनलोड करते हैं। ऐसे में यदि कोई वाहन चालक दूसरे वाहन को ओवरटेक करता है तो सडक़ पर खड़े वाहन से टकराने से कभी भी दुघर्टना हो सकती है।
मुख्य सडक़ होने से दिन-रात होती है वाहनों की आवाजाही
बता दें कि राजधानी से रायसेन, दमोह, सागर आदि जिलों के लिए बड़ी बसों से लेकर ट्रक-ट्राले और चार पहिया वाहनों की दिन-रात धमाचौकड़ी मची रहती है। साथ ही शहरी क्षेत्र होने से इस सडक़ पर ऑफिस के टाइम सुबह 9.30 से 11.30 बजे तक और शाम को 4.30 से रात 8.30 बजे तक भारी टै्रफिक होता है। इस दौरान दुघर्टना की आंशका और ज्याद बढ़ जाती है।
यह मेरी जानकारी में नहीं था, इसे कल ही जाकर देखती हूं और अतिक्रमण किया गया है तो उसे तत्काल हटवाती हूं।
छाया ठाकुर, पार्षद, वार्ड क्रमांक 64