नई दिल्ली
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने डीएसपी देविंदर सिंह से जुड़े केस को लेकर दक्षिण कश्मीर में कई जगहों पर छापेमारी की है. पांच जगहों पर छापे मारे गए. कुपवाड़ा और शोपियां में 2-2 और त्राल, अवंतीपोरा में एक जगह पर छापेमारी की गई.
बीते शनिवार से डीआईजी सोनिया नारंग की अगुआई में 20 सदस्यीय एनआईए टीम कश्मीर में कैंप कर जांच को आगे बढ़ाने के साथ छापेमारी कर रही है. इस काम में जम्मू कश्मीर पुलिस की ओर से एनआईए को पूरी मदद मिल रही है.
त्राल, अवंतीपोरा में देविंदर सिंह के पैतृक घर की तलाशी ली गई. इससे एक दिन पहले जहां छापे मारे गए उनमें मालदेरा गांव के बीजेपी सरपंच तारिक अहमद मीर का घर भी शामिल था. सूत्रों ने इंडिया टुडे को बताया, 'अभियुक्त से पूछताछ के दौरान उसका नाम आया इसलिए उसके घर की तलाशी ली गई.' सूत्रों के मुताबिक अभी तक सरपंच से पूछताछ नहीं की गई थी.
सोमवार को एनआईए और जम्मू कश्मीर पुलिस ने शोपियां में जिन दो जगहों पर छापे मारे उनमें ओवर ग्राउंड वर्कर फारूक अहमद ठोकार और हिज्ब आतंकी ओमर धोबी के घर शामिल थे.
शोपियां के एसपी संदीप चौधरी ने ऐसी रिपोर्ट का खंडन किया कि एनआईए ने शोपियां में एक आईएएस अधिकारी के घर पर भी छापा मारा. चौधरी ने ऐसी रिपोर्ट को 'फर्जी' बताया. 2012 कैडर का आईपीएस अधिकारी नॉर्थ ईस्ट में तैनात है. इस अधिकारी का भाई शमशुल मेंगरू की जनवरी 2019 में शोपियां में हत्या हुई थी. लेकि सोमवार की छापेमारी का आईपीएस अधिकारी से कोई जुड़ाव नहीं पाया गया.
हालांकि एनआईए देविंदर सिंह के विदेशी लिंक की जांच भी कर रही है. बताया जा रहा है कि बांग्लादेशी लिंक को लेकर अभी तक कुछ प्रतिकूल नहीं मिला है. सिंह की दो लड़कियां बांग्लादेश में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही हैं. एजेंसी ने पता लगाया है कि सिंह की करीबी रिश्तेदार के दो बेटे भी वहां पढ़ रहे हैं. सिंह को जम्मू कश्मीर पुलिस ने हिज़्ब के दो आतंकियों और एक ओवरग्राउंड वर्कर के साथ 11 जनवरी को गिरफ्तार किया था. बाद में ये केस एनआईए के हवाले कर दिया गया.