एनपीसीआईएल और बीएचईएल ने एमओयू साइन किया
BHEL supplies steam turbine generator sets to 50 percent of the country’s total nuclear capacity: भोपाल. राज्य द्वारा संचालित पीएसयू न्यूक्लियर पावर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एनपीसीआईएल) और भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड BHEL (बीएचईएल) ने प्रेशराइज्ड हैवी वाटर रिएक्टर पर आधारित परमाणु ऊर्जा संयंत्रों के क्षेत्र में संयुक्त रूप से व्यापार के अवसरों को आगे बढ़ाने के लिए एमओयू साइन किए। इसके तहत BHEL भेल और एनपीसीआईएल संयुक्त रूप से परमाणु ऊर्जा परियोजनाओं के विकास के मौकों का पता लगाएंगे, ताकि परियोजना के पूरा होने में लगने वाले समय को कम किया जा सके।
डॉ. वीके सारस्वत (सदस्य- नीति आयोग) की मौजूदगी में केएन व्यास (सचिव- परमाणु ऊर्जा विभाग और अध्यक्ष- परमाणु ऊर्जा आयोग), कामरान रिज़वी (सचिव- भारी उद्योग मंत्रालय), एमओयू पर BHEL डॉ. नलिन सिंघल, सीएमडी- भेल ने हस्ताक्षर किए। इस मौके पर भुवन चंद्र पाठक, सीएमडी-एनपीसीआईएल, नीति आयोग, नई दिल्ली। परमाणु ऊर्जा विभाग, भारी उद्योग मंत्रालय, भेल और एनपीसीआईएल के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
बता दें कि BHELभेल बिजली संयंत्र उपकरण (परमाणु, हाइड्रो, थर्मल और नवीकरणीय) की निर्माता कंपनी है। यह भारतीय परमाणु कार्यक्रम के सभी तीन चरणों (पहला चरण पीएचडब्ल्यूआर, दूसरा चरण एफबीआर और तीसरा चरण) के साथ सक्रिय रूप से जुड़ी एकमात्र भारतीय कंपनी है। एएचडब्ल्यूआर पांच दशक से अधिक समय से स्थायी और ग्राहक केंद्रित समाधान दे रहा है।
कंपनी के पास परमाणु ऊर्जा संयंत्रों के लिए डिजाइन, इंजीनियर, निर्माण और आपूर्ति, प्राथमिक पक्ष (रिएक्टर हेडर, एंड शील्ड, आदि) के साथ-साथ द्वितीय पक्ष (स्टीम टर्बाइन, जनरेटर, हीट एक्सचेंजर्स, आदि) उपकरण की क्षमता है। भेल ने देश की कुल स्थापित परमाणु क्षमता के करीब 50 प्रतिशत के लिए स्टीम टर्बाइन जेनरेटर सेट की आपूर्ति की है।
विशेष रूप से कर्नाटक में एनपीसीआईएल के कैगा परमाणु ऊर्जा संयंत्र की यूनिट 1 (220 मेगावाट) के लिए भेल द्वारा आपूर्ति किए गए स्टीम टर्बाइन जेनरेटर सेट ने दिसंबर, 2018 में 962 दिन तक लगातार संचालन का विश्व रिकॉर्ड बनाया था, जो परमाणु रिएक्टर और टर्बाइन सिस्टम का सर्वश्रेष्ठ एकीकृत प्रदर्शन था। भारत में 22 वाणिज्यिक परमाणु ऊर्जा संयंत्रों के संचालन के साथ, 6,780 मेगावाट की कुल स्थापित क्षमता के साथ, एनपीसीआईएल भारत में थर्मल परमाणु ऊर्जा संयंत्रों के डिजाइन, निर्माण और संचालन के लिए जिम्मेदार एकमात्र भारतीय संगठन है। इसे 580 से अधिक रिएक्टर वर्षों का सुरक्षित संचालन अनुभव है।
सार्वजनिक क्षेत्र के दो प्रमुख उद्यमों का सहयोग गैर-प्रदूषणकारी और लंबी-चक्रवाली परमाणु ऊर्जा परियोजनाओं के जल्द कार्यान्वयन का मार्ग प्रशस्त करेगा। यह पर्यावरणीय स्थिरता के जी-20 विषय को भी पूरा करेगा और एक स्वच्छ और हरित भविष्य की दिशा में योगदान देगा।