बीएचईएल हैदराबाद में 23 मई को होने वाली है सब कमेटी की बैठक
BHEL management and central leaders of unions will decide the future of BHEL employees: भोपाल. बीएचईएल हैदराबाद में 23 मई को होने वाली जेसीएम, सब कमेटी की बैठक से देश भर के भेल कर्मचारी उम्मीद लगाए बैठे हैं। इसमें सभी यूनियनों के सेंट्रल लीडरों के साथ भेल कार्पोरेट की ओर से प्रबंध निदेशक और सभी डयरेक्टर शामिल होंगे। इस बैठक में कर्मचारियों को दी जाने वाली सुविधाओं के साथ बोनस, इंसेटिव, टी-3 सहित अन्य मुद्दों पर बात की जाएगी। बता दें कि बीते दो फाइनेंशियल इयर से देश भर में स्थापित यूनिटों के कर्मचारियों को बोनस, इंसेटिव और टी-3 नहीं दिया गया है।
अपनी इन मांगों को लेकर कर्मचारियों की प्रतिनिधि यूनियनें भेल कारखाने के गेटों पर धरना-प्रदर्शन और आंदोलन करने के साथ ही हड़ताल करने की चेतावनी देकर अपना रुख बता चुकी हैं। यूनियनों के पीछे भेल कर्मचारी भी अपना हक पाने के लिए टकटकी लगाए बैठे हैं। कर्मचारी यूनियनों की माने तो भेल प्रबंधन जिस तरह से सब कमेटी की बैठक को जेसीएम बताकर हैदराबाद में बैठक कर रही है, वह भेल के मेहनतकश कर्मचारियों के साथ धोखा है। इस बैठक को लेकर भेल के कर्मचारी और यूनियन के नेताओं ने आशंका जताई है कि कर्मचारियों के साथ कहीं ठगी न हो जाए।
कहीं फिर ठगी का शिकार न हो जाएं कर्मचारी
सूत्रों की माने तो भेल कर्मचारी अपने ही विभाग के उच्च अधिकारियों और यूनियन के सेंट्रल लीडरों के हाथों कहीं फिर न ठगी का शिकार हो जाएं। 23 मई को हैदराबाद में होने वाली सब कमेटी की बैठक में भेल कार्पोरेट के उच्च अधिकारियों के साथ यूनियनों के सेंट्रल लीडर बैठक करेंगे। इसमें दोनों के बीच जो भी बातचीत और समझौता होगा, वह भेल की सभी यूनिटों के कर्मचारियों का भविष्य तय करेगा कि उन्हें वर्षों से उनकी लंबित मांगे पूरी होगी और उनका हक मिलेगा या नहीं। प्रबंधन यदि भेल प्रबंधन इन सेंट्रल लीडरों को साधने में सफल रहा तो कर्मचारियों के हाथ लालीपॉप ही आएगा।
यह भी हो सकती है वजह
दूसरी वहज डयरेक्टर फायनेंश को एक्सटेंशन देना भी हो सकती है। सूत्रों की माने तो कोरोना काल में भेल कर्मचारियों के वेतन की कटौती इन्हीं के कार्यकाल में की गई थी। ऐसे में सब कमेटी और जेसीएम में भेल कर्मचारियों के साथ कहीं एक बार फिर न छलावा हो जाए।
बैठक सेंट्रल लीडर व कार्पोरेट प्रबंधन के बीच हो रही है। बीएमएस के सेंट्रल लीडर इंसेटिव, इनसेलरी, पीपी बोनस व एसआईपी की मांग रखेंगे। हम आशान्वित हैं कि भेल प्रबंधन मेहनतकश मजदूरों को उत्पादन पूरा होने पर लाभ देगा।
कमलेश नागपुरे, महामंत्री बीएमएस यूनियन भेल इकाई
टे्रड यूनियन के सेंट्रल लीडरों की होने वाली बैठक में वर्ष 21-22, 22-23 की पीपी, एसआईपी का फैसला कर कम से कम 50 हजार का भुगतान किया जाए। केंद्र की रिवार्ड स्कीम 1 जून से लागू की जाए। अन्य पुराने लंबित मामले जैसे, अनुकम्पा नियुक्ति, 1 करोड़ की इंश्योरेंस स्कीम आदि शुरू की जाए।
अमर सिंह राठौर, महासचिव हेस्टू एचएमएस यूनियन भेल
कर्मचारियों की प्रमुख मांगें पीपी बोनस, रिवार्ड स्कीम, एसआईपी उन्हें भेल प्रबंधन को देना चाहिए। प्रबंधन मामलों को सुलझाने के बदले कर्मचारियों का शोषण करने का अभियान चला रखा है। हमारी यूनियन संयुक्त कमेटी की बैठक कराकर इन मांगों का निराकरण चाहती है। ऐसा नहीं होने पर हम आंदोलन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
सत्येंद्र कुमार, अध्यक्ष ऑल इंडिया भेल इम्प्लाइज यूनियन भेल भोपाल
प्रबंधन ने कहा था अप्रेल 2023 में जेसीएम बुलाकर बोनस तय किया जाएगा। पर कुछ केंद्रीय नेताओं के साथ बैठक कर रही है, जो कर्मचारियों के साथ धोखा है। 20-21 और 22-23 का पीपी और एसआईपी बोनस बकाया है, जिसका जल्द से जल्द निराकरण किया जाना चाहिए।
रंजीत सिंह, महामंत्री सीटू यूनियन