नई दिल्ली
भारतीय बैडमिंटन संघ (बीएआई) ने सोमवार को आमूलचूल बदलाव करते हुए कई स्तर का घरेलू टूर्नामेंट ढांचा लागू करने की घोषणा की, जिसमें कुल लगभग दो करोड़ रुपये की इनामी राशि होगी। कार्यकारी परिषद की बैठक में घरेलू टूर्नामेंट के ढांचे को पुनगर्ठित करने का फैसला किया गया। राष्ट्रीय महासंघ ने बयान में कहा, ''भारतीय बैडमिंटन संघ ने घरेलू टूर्नामेंट ढांचे में आमूलचूल बदलाव का फैसला किया है, जिससे कि प्रदर्शन आधारित रवैया अपनाया जा सके और देश भर से सर्वश्रेष्ठ प्रतिभा की खोज की जा सके जिसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए निखारा जा सके।''
बयान के अनुसार, ''सीनियर स्तर पर कई स्तर का टूर्नामेंट ढांचा तैयार किया जाएगा जिसमें लगभग दो करोड़ रुपये की इनामी राशि होगी जिससे कि पूल आफ एक्लीसेंस तैयार करने में मदद मिल सके।'' नए ढांचे के अंतर्गत तीन स्तर के टूर्नामेंट होंगे- लेवल एक, लेवल दो और लेवल तीन।
शीर्ष स्तर लेवल एक की इनामी राशि 25 लाख रुपये होगी। यह टूर्नामेंट बीएआई प्रीमियर सुपर सीरीज टूर्नामेंट होगा जिसमें सीमित प्रवेश होगा और फिर मुख्य ड्रॉ खेला जाएगा। लीग कम नाकआउट प्रारूप में बीडब्ल्यूएफ रैंकिंग में 100 से कम रैंकिंग वाले शीर्ष आठ एकल खिलाड़ी और शीर्ष चार जोड़ियां सीधे प्रवेश की पात्र होंगी।
इसके अलावा बीएआई रैंकिंग में अनुसार शीर्ष 24 एक खिलाड़ियों और 12 टीमों को भी सीधे प्रवेश मिलेगा। सीनियर राष्ट्रीय चैंपियनशिप में भी खिलाड़ियों के लिए अतिरिक्त इनामी राशि होगी क्योंकि विजेता के लिए इनामी राशि को बढ़ाकर 50 लाख रुपये कर दिया गया है। इससे पहले पूरी प्रतियोगिता की इनामी राशि एक करोड़ रुपये थी। लेवल टू में चार बीएआई सुपर सीरीज बैडमिंटन टूर्नामेंट होंगे जिसमें प्रतियोगिताओं की इनामी राशि 15 लाख रुपये होगी।
बीएआई रैंकिंग के अनुसार शीर्ष 48 एकल खिलाड़ी और 24 युगल जोड़ियों को इसके मुख्य ड्रॉ में सीधे प्रवेश मिलेगा। लेवल तीन में प्रत्येक वर्ष छह बीएआई सीरीज बैडमिंटन टूर्नामेंट होंगे जिसमें प्रत्येक की इनामी राशि 10 लाख रुपये होगी। पहले तीन टूर्नामेंट मई से जून के बीच में होंगे जबकि अगले तीन नवंबर में होंगे।
लेवल तीन से रैंकिंग अंक हासिल करने वाले खिलाड़ी क्वालीफाइंग ड्रॉ में हिस्सा लेने के पात्र होंगे। इस स्तर के पहले दो टूर्नामेंट जुलाई में जबकि अंतिम दो दिसंबर में होंगे। बीएआई के अध्यक्ष हिमांत बिश्व सरमा ने कहा, ''बीएआई का लक्ष्य अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट के शीर्ष स्तर का दबाव झेलने वाली सर्वश्रेष्ठ प्रतिभा को सामने लाना ही नहीं है बल्कि अच्छी इनामी राशि वाला व्यावहारिक घरेलू ढांचा भी तैयार करना है जिससे कि खिलाड़ियों का फायदा हो।