महराजगंज
जवाहर नवोदय विद्यालय महराजगंज में गुरुवार की रात दस बजे छात्रों ने खाने को लेकर हंगामा कर दिया। सभी छात्रावासों से सैकड़ों की संख्या में छात्र बाहर निकल गए। परिसर में आग लगा दी और शिक्षकों को भी दौड़ा लिया। उग्र छात्रों ने परिसर में रखे सामानों ओ फूस के ढेर में आग लगा दिया। हंगामे की सूचना पर पहुँची पुलिस ने किसी तरह छात्रों को समझाकर रात 11 बजे के बाद खाने के लिए तैयार किया।
इन छात्रों का आरोप है कि मेस से हर दिन खराब खाना दिया जा रहा है। कभी कभार सुबह का खाना शाम को परोसा जाता है। इसकी शिकायत कई बार की गई। हर बार जिम्मेदार बैठक कर इस समस्या को दूर करने का आश्वासन देते रहे, लेकिन कभी इसमें सुधार कराने की पहल किसी ने नहीं की। इसको लेकर छात्रों के अंदर कई दिनों से गुस्सा पनप रहा था। गुरुवार की देर रात छात्रावासों ने निकले छात्र उग्र प्रदर्शन करने लगे। परिसर में रखे फूस व बेकार सामानों के ढेर में आग लगा दिया। वहीं परिसर में बैठकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। छात्रों के तेवर देख शिक्षक भी कुछ करने की स्थिति में नहीं दिख रहे थे।
उप प्राचार्य पीके त्रिपाठी का कहना रहा कि जूनियर छात्र खाना खा लिए थे। सीनियर बच्चे जब खाना खाने पहुंचे तो विरोध करते हुए हंगामा शुरू कर दिया। पूरे घटनाक्रम की जानकारी प्राचार्य को दे दी गयी है।
छात्रों का आरोप, खाने से पड़ रहे हैं बीमार
हंगामा कर रहे छात्रों ने विद्यालय प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। छात्रों ने बताया कि खाने में कीड़ा निकलता है। चावल कच्चा रहता है। अन्य नवोदय विद्यालयों में नॉनवेज भी खाने में दिया जाता है, लेकिन यहां नॉनवेज की बात दूर भोजन की गुणवत्ता बेहद खराब है। यह हर दिन का सिलसिला है। छात्रों का आरोप है कि खाने में लाल मिर्च का प्रयोग अधिक किया जाता है। इससे कई बच्चे पाइल्स के मरीज हो चुके हैं। जब बच्चे यहां पढ़ने आए तो उनकी आंखें ठीक थीं, लेकिन खराब खाना मिलने से दर्जनों छात्र चश्मा पहनने को मजबूर हो गए हैं।
437 छात्र हैं हास्टल में
नवोदय में छात्रों के रहने के लिए 16 हास्टल हैं। इनमें 437 छात्र रहते हैं। सभी छात्र महराजगंज जिले के ही हैं।
डीएम तक मामला पहुचाने के आश्वासन पर माने छात्र
देर रात हंगामें की सूचना पर डायल 100 पुलिस के बाद चौकी प्रभारी और फिर कोतवाल पहुंच गए। पुलिस ने किसी तरह बच्चों को समझा कर शांत किया। डीएम तक मामला पहुचाकर समाधान कराने का आश्वासन दिया। इसकल पर 11 बजे के बाद छात्र खाने की मेज पर बैठे।