नई दिल्ली
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पंजाब की सीमा पर कथित तौर पर पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए भेजे हथियारों की जांच का केस राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंप दिया है। अभी तक के जांच में शक इस ओर ही है कि पाकिस्तान समर्थित आतंकियों ने पंजाब सीमा के पास हथियार गिराए। एनआईए के एक अधिकारी ने भी इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि केस की जांच का जिम्मा अब एजेंसी के पास है। केस प्रारंभिक तौर पर पंजाब पुलिस ने फाइल किया था।
ड्रोन से पाकिस्तान हथियार गिरा रच रहा साजिश?
एक वरिष्ठ अधिकारी ने हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, 'एनआईए की एक जांच टीम मामले की जांच के लिए पंजाब पहुंच गई है। विभिन्न पहलू को ध्यान में रखकर जांच आगे बढ़ाई जा रही है।' पंजाब पुलिस ने भी शुरुआती जांच के आधार पर आशंका जताई है कि पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठनों ने ड्रोन के जरिए हथियार पंजाब बॉर्डर पर गिराए।
ISI के सहयोग से बड़ी साजिश अंजाम देने की आशंका
पंजाब पुलिस का कहना है कि पश्चिमी बॉर्डर पर पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठनों के सहयोग से ड्रोन के जरिए हथियार गिराए गए। ड्रोन हथियारों को लॉन्च करने का काम आईएसआई और राज्य प्रायोजित इस्लामिस्ट और प्रो-खालिस्तानी आतंकी संगठनों की मदद से साजिश को अंजाम दिया जा रहा है। पुलिस का यह भी दावा है कि पंजाब और दूसरे राज्यों में आतंक फैलाने के उद्देश्य से बड़ी साजिश रची जा रही थी।
पंजाब के सीएम ने गृहमंत्री से की सुरक्षा की अपील
इस घटना पर चिंता जताते हुए पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने गृहमंत्री से देश की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम करने की अपील की। सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा, 'गृहमंत्री अमित शाह को देश की सुरक्षा के लिए सभी जरूरी कदम उठाने चाहिए।' पाकिस्तानी ड्रोन के जरिए प्रदेश में हथियार गिराए जा रहे हैं, यह देशवासियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर खतरा है।