लखनऊ
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) के अध्यक्ष शिवपाल यादव की गुरुवार को विधानसभा के विशेष सत्र में मौजदूगी ने सत्ता पक्ष को उत्साह में भर दिया। शिवपाल ने कहा कि यूपी की कमान योगी आदित्यनाथ जैसे ईमानदार मुख्यमंत्री के हाथ में है लेकिन अधिकारी मनमानी कर रहे हैं। कानून-व्यवस्था की स्थिति ठीक नहीं है।
शिवपाल ने यह बात गुरुवार को विधानसभा में सतत विकास के लक्ष्य पर चल रही चर्चा में कही। शिवपाल यादव जब बोलने के लिए खड़े हुए तो, मुख्यमंत्री समेत समूचे सत्ता पक्ष ने मेजें थपथपाकर उनका स्वागत किया। प्रसपा अध्यक्ष ने सरकार के अच्छे कामों की तारीफ की तो कई मुद्दों सत्ता पक्ष को आईना भी दिखाया। उन्होंने कुंभ मेले, कार्ड वृक्षारोपण, उज्जवला योजना व स्वच्छता अभियान की तारीफ की। साथ यह भी कहा कि थानों व तहसीलों में स्थिति ठीक नहीं है।
इन्वेस्टर्स समिट की तारीफ की गई पर यह भी कहा कि जितना निवेश होना चाहिए था, उतना नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि उज्जवला योजना में गरीबों को सिलेंडर भरवाने के लिए सब्सिडी देनी चाहिए। शौचालयों के निर्माण में अधिकारियों ने गलत आंकड़े पेश किए हैं। इसकी जांच होनी चाहिए। शौचालय ऐसे बने हैं जिन्हें इस्तेमाल करने में 50 साल से उपर वालों को खासी दिक्कत है। उन्होंने कहा कि अभी पुलिस के लोग वसूली करते हैं। उन्होंने जसवंत नगर में पुलिस द्वारा दुष्कर्म पीड़िता का मामला उठाते हुए कहा कि उसकी प्राथमिकी नहीं लिखी गई और पुलिस ने पैसा अलग से वसूल लिया। उन्होंने कहा कि बिजली का और भी बुरा हाल है।
भारत को यूएन की स्थाई सदस्यता मिले
शिवपाल ने कहा कि विधानसभा एक प्रस्ताव पास करे कि संयुक्त राष्ट्र में हिन्दी को अधिकारिक भाषा का दर्जा दिया जाए। इसके अलावा भारत को यूएन की सुरक्षा परिषद की स्थाई सदस्यता मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा गांधी जयंती पर सबको सच बोलना चाहिए। उन्होंने आखिरी में कहा कि 'हमारी यादों में वह जिंदा हैं, बापू दुनिया से गए ही नहीं।' सत्ता पक्ष के सदस्यों ने शिवपाल का तब जोरदार समर्थन जताया जब उन्होंने कहा कि अधिकारी जनप्रतिनिधियों की नहीं सुनते।