पटना
जलजमाव के बीच पटना में अब डेंगू और डायरिया का कहर शुरू हो गया है। गुरुवार को एक दिन में ही 104 मरीज मिले हैं। ज्यादातर मरीज जलजमाव वाले कंकड़बाग, राजेंद्र नगर, कदमकुआं, पाटलिपुत्रा, बाजार समिति इलाके से हैं। इसके अलावा डायरिया के मरीज भी अस्पतालों में पहुंचने लगे हैं।
डेंगू मरीजों का यह आंकड़ा सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में भर्ती मरीजों के हैं। गुरुवार को पीएमसीएच ही सिर्फ 58 मरीज डेंगू के पॉजीटिव पाए गए। निजी अस्पतालों की बात करें तो उदयन हॉस्पीटल में डेंगू के 11, रूबन मेमोरियल में नौ, कुर्जी होली फैमिली हॉस्पीटल में 18, फोर्ड हॉस्पीटल में तीन, जगदीश मेमोरियल में दो, राजेश्वर हॉस्पीटल में तीन डेंगू के मरीज मिले हैं। अभी तक पटना में कुल 603 डेंगू के मरीजों की पहचान हो सकी है।
शहर में जलजमाव के बाद एक दिन में डेंगू के मरीजों की संख्या मिलने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप की स्थिति है। पीएमसीएच के डेंगू वार्ड में 20 बेड अतिरिक्त लगा दिए गए हैं। यहां पहले से ही 35 बेड पर डेंगू मरीजों का इलाज चल रहा था। अधीक्षक डॉ. राजीव रंजन प्रसाद ने बताया कि डेंगू वार्ड में अतिरिक्त 20 बेड बढ़ाए गए हैं। अब वार्ड में कुल 55 बेड हो गए हैं। शिशु वार्ड में 10 बेड और जनरल वार्ड में 10 बेड बढ़ाए गए हैं। अस्पताल के ब्लड बैंक में प्लेटलेट्स की कमी नहीं हैं। सभी जरूरी दवाएं उपलब्ध हैं। अस्पताल परिसर में डीडीटी का छिड़काव कराया गया है। अस्पताल में इंफेक्शन नहीं हो इसके लिए भी कवायद की गई है।
चर्मरोग के मरीज भी बढ़े
गुरुवार को ओपीडी में मरीजों की संख्या बढ़ी है। छुट्टी के बाद ओपीडी में 1226 मरीजों का इलाज हुआ है। वहीं, इमरजेंसी में 357 मरीज भर्ती हुए हैं। जलजमाव के कारण चर्म रोग के 292 मरीज आए और मेडिसीन विभाग में 339 मरीज पहुंचे थे। जिसमें चर्मरोग, डायरिया, डेंगू, चिकुनगुनिया, मलेरिया के मरीज आने लगे हैं।