न्यू यॉर्क
क्या बोइंग ने खर्च बचाने के लिए जरूरी सुरक्षा सिस्टम को नहीं अपनाया, जिससे दो विमानों को क्रैश होने से बचाया जा सकता था? बोइंग के एक सीनियर इंजिनियर ने कंपनी पर ऐसे ही कुछ आरोप लगाए हैं। इंजिनियर ने अपनी शिकायत में कहा है कि 737 मैक्स जेट को बनाने के दौरान सेफ्टी सिस्टम को दरकिनार कर दिया गया ताकि लागत को कम किया जा सके। उन्हें लगता है कि अगर वह उपकरण बोइंग में शामिल किया जाता तो विमान हादसे की घटना को टाला जा सकता था।
न्यू यॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, सूत्रों ने बताया कि बोइंग ने शिकायत की कॉपी डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस को सौंपी है जो मैक्स के डिजायन को लेकर आपराधिक जांच कर रही है। संघीय जांचकर्ताओं ने आरोपों को लेकर बोइंग के पूर्व कर्मचारी से पूछताछ की है। हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि जांचकर्ताओं ने उसकी शिकायत पर विचार किया है या नहीं।
यह शिकायत दो विमानों के क्रैश होने के बाद की गई थी। बोइंग के कई पूर्व और मौजूदा कर्मचारियों ने डिजाइन की समस्याओं और 737 मैक्स के निर्माण के प्रोसेस पर चर्चा की थी। इंजिनियर कुर्टिस ने हालांकि औपचारिक शिकायत दर्ज कराई और उन्होंने चीफ एग्जिक्यूटिव पर प्लेन की सुरक्षा से समझौता करने के आरोप लगाए।
737 मैक्स के निर्माण के वक्त कुर्टिस कॉकपिट सिस्टम पर काम कर रहे थे, जिससे पायलट प्लेन को मॉनिटर और कंट्रोल करता। बोइंग को की गई अपनी शिकायत में कुर्टिस ने कहा कि प्रबंधकों से उसने अपील की थी कि प्लेन के एयरस्पीड की गणना करने के लिए बैकअप सिस्टम का अध्ययन होना चाहिए। यह सिंथेटिक एयरस्पीड सिस्टम है जो विभिन्न डेटा सोर्स को इकट्ठा करता है जिससे पता चलता है कि एक विमान कितनी तेजी से उड़ सकता है।
कुर्टिस ने बताया कि इस सिस्टम के जरिये ऐंगल-ऑफ-अटैक सेंसर का पता लगाया जा सकता था, जो कि आसमान में विमान की अवस्था बताता है। मैक्स के क्रैश होने की घटना में यह जानकारी सामने आई है कि उनके ऐंगल-ऑफ-अटैक सेंसर फेल हो गए थे।
उन्होंने अपनी शिकायत में कहा, 'यह निश्चित रूप से नहीं कहा जा सकता कि 737 मैक्स में सिंथेटिक एयरस्पीड के इस्तेमाल से इथियोपिया और इंडोनेशिया की घटना को टाला जा सकता था।' हालांकि, कुर्टिस ने यह जरूर कहा कि बोइंग के इस ऐक्शन से पता चलता है कि सेफ्टी के ऊपर लाभ को तरजीह दी गई।
मार्च में इथियोपिया की राजधानी अदीस अबाबा में केन्या की राजधानी नैरोबी से उड़ान भरने के कुछ देर बाद ही बोइंग 737 मैक्स 8 विमान क्रैश हो गया था इसमें 157 यात्रियों की मौत हो गई थी। वहीं, कुछ महीने पहले पिछले साल अक्टूबर में लॉयन एयरलाइंस का बोइंग मैक्स विमान भी जकार्ता से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद हादसे का शिकार हो गया था और 189 लोगों की जान चली गई थी। इन दोनों घटनाओं के बाद कई देशों ने बोइंग विमान के उड़ान पर रोक लगा दी थी।