नई दिल्ली
संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का दिया भाषण टि्वटर पर पहले नंबर पर ट्रेंड कर रहा है, जबकि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान का दूसरे नंबर पर है और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भाषण पांचवें नंबर पर ट्रेंड कर रहा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए एक टि्वटर यूजर से लिखा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण को सधे हुए राजनीतिज्ञ के रूप में सदियों तक याद रखा जाएगा. एक ओर जहां बिना पाकिस्तान का जिक्र किए आतंकवाद पर निशाना साधा, तो वहीं बुद्ध और एक प्राचीन तमिल कवि का जिक्र करते हुए आतंक के खिलाफ दृढ़ता से संदेश दिया." एक दूसरे यूजर ने लिखा, "संयुक्त राष्ट्र महासभा में ट्रंप का भाषण देखना-सुनना ऐसा था, जैसे चेवाबेका किंग लेयर की भूमिका निभाने की कोशिश कर रहा हो. यह विचित्र था."
इमरान खान की उड़ी खिल्ली
समाचार एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक इसी तरह के विचार पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान को लेकर टि्वटर यूजर्स के रहे. एक ने लिखा, "तीन वाक्यों में इमरान का भाषण 1. मुझे पैसे चाहिए. 2. मैं तुम्हें वह वापस नहीं दूंगा 3. मैं दुनिया को बर्बाद कर दूंगा."
संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने भाषण के दौरान भारतीय प्रधानमंत्री मोदी को 'प्राइम मिनिस्टर' के बजाय 'प्रेसिडेंट' कहने पर भी पाकिस्तानी प्रधानमंत्री की खूब खिल्ली उड़ी. एक यूजर ने ट्वीट किया, "इमरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इतने डरे हुए हैं कि उन्होंने मोदी को भारत का प्रेसीडेंट बना दिया." एक अन्य ने लिखा, "मोदी अब भारत के नए राष्ट्रपति हैं." बता दें, इमरान खान ने अपने संबोधन में कश्मीर मुद्दे को उठाया और भारत पर निशाना साधा. इसके उलट प्रधानमंत्री मोदी ने विश्व को आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने और शांति का संदेश दिया.
क्या कहा पीएम मोदी ने
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र में आतंकवाद के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करते हुए कहा कि भारत ने दुनिया को 'युद्ध' का संदेश नहीं, बल्कि शांति का संदेश 'बुद्ध' दिया है. इसलिए जब हम आतंकवाद के खिलाफ दुनिया को आगाह करते हैं तो हमारी आवाज में न केवल गंभीरता होती है, बल्कि आक्रोश भी होता है. प्रधानमंत्री ने आक्रोश का संदर्भ अप्रत्यक्ष रूप से पाकिस्तान समर्थित तत्वों की ओर से भारत में आतंकवादी घटनाओं को लेकर दिया. प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि 'आतंकवाद के मुद्दे पर विभाजित दुनिया' उन सिद्धांतों को नुकसान पहुंचाती है, जिसपर संयुक्त राष्ट्र का निर्माण हुआ था. उन्होंने विश्व को मानवता के लिए आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान किया.