विदिशा
मध्यप्रदेश के विदिशा जिले में मंगलवार को जिला योजना समिति की बैठक में उस वक्त हंगामा हो गया जब प्रदेश महामंत्री ने कमलनाथ सरकार में कैबिनेट और जिले के प्रभारी मंत्री के पीए पर गंभीर आरोप लगाए।सिंधिया के खास माने जाने वाले महामंत्री ने पीए पर ना सिर्फ पैसों की दलाली के आरोप लगाए बल्कि ट्रांसफर के नाम पर लोगों से वसूली के भी गंभीर आरोप लगाए।विवाज बढ़ता देख पूर्व विधायक निशंक जैन ने बीच बचाव किया और तब जाकर मामला शांत हुआ। लेकिन हंगामे ने ये साबित कर दिया कि कांग्रेस भले ही सत्ता में आ गई हो लेकिन गुटबाजी और अतंर्कलह अब भी पार्टी पर हावी है।
दरअसल, मंगलवार को सर्किट हाउस में जियोस की बैठक आयोजित की गई थी। जिसमें प्रभारी मंत्री हर्ष यादव , प्रदेश कांग्रेस महामंत्री संजय रघुवंशी, कांग्रेस विधायक शशांक भार्गव और पूर्व विधायक निशंक जैन समेत कांग्रेस के कई पदाधिकारी और नेता मौजूद थे। तभी बैठक के दौरान प्रदेश कांग्रेस महामंत्री संजय रघुवंशी ने प्रभारी मंत्री हर्ष यादव के सामने ही हंगामा कर दिया। उनका कहना था कि वे प्रभारी मंत्री से मिलना चाह रहे थे। लेकिन उनके निज सहायक अयूब पठान ने उन्हें मिलने से रोक दिया। इस दौरान उन्होंने धक्का मुक्की भी की। जिससे नाराज होकर रघुवंशी हाल से बाहर निकलकर हंगामा करने लगे।
उनका आरोप था कि मंत्री के पीए अयूब खान पैसों की दलाली कर रहा है ट्रांसफर में जबरदस्त पैसे लिए हैं। इसका उनके पास सबूत भी है। मंत्री के पीए कांग्रेस कार्यकर्ताओं से भी काम कराने के नाम पर रिश्वत मांगते हैं। इतना सुनते ही वहां मौजूद पार्टी के जिला अध्यक्ष विधायक अन्य कांग्रेसी जनप्रतिनिधि सकते में आ गए। अन्य लोगों ने समझा बुझाकर अपने साथ कमरे में ले गए और दरवाजा बंद कर लिया। इसके बाद पूर्व विधायक निशंक जैन उन्हें मनाने पहुंचे। कुछ देर बाद जैन ने रघुवंशी को मनाकर निज सहायक अयूब पठान के साथ उनकी बैठक करा दी। जिसके बाद मामला शांत हो गया।हालांकि बाद में संजय रघुवंशी के सुर बदले-बदले से नजर आए।