पटना
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह द्वारा अपने संसदीय क्षेत्र के साथ भेदभाव को लेकर नीतीश कुमार सरकार पर लगाए गए आरोपों पर जद(यू) ने मंगलवार को तीखी प्रतिक्रिया दी और बिहार सरकार के एक मंत्री ने भाजपा नेता से कहा कि उन्हें “घड़ियाली आंसू” बहाने बंद करने चाहिए।
गिरिराज सिंह की पार्टी राज्य में सत्तारूढ़ गठबंधन का हिस्सा है और उन्होंने हाल में राज्य सरकार पर आरोप लगाया था कि उनके बाढ़ प्रभावित संसदीय क्षेत्र बेगूसराय के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है, जबकि कुमार के गृह जिले नालंदा को पर्याप्त बारिश के बावजूद सूखाग्रस्त घोषित कर दिया गया। मुख्यमंत्री के करीबी माने जाने वाले राज्य मंत्री श्रवण कुमार ने नवादा में संवाददाताओं से कहा कि ये नीतीश कुमार की घोषित नीति है कि जो बाढ़ और सूखा जैसी प्राकृतिक आपदाओं से ग्रस्त हैं, राज्य के खजाने पर पहला हक उनका है। उनकी सरकार किसी भी क्षेत्र के साथ भेदभाव नहीं करती है।
श्रवण कुमार ने कहा कि उन्हें (गिरिराज सिंह) बेगूसराय के लिए घड़ियाली आंसू बहाने बंद करने चाहिए। एक सांसद और एक केंद्रीय मंत्री के रूप में बेगूसराय के लिए उनकी अपनी भी कुछ जिम्मेदारियां हैं। उन्हें दूसरों पर बंदूक तानने की जगह खुद कुछ पहल करनी चाहिए। गिरिराज से बेगूसराय दौरे के दौरान जब जद(यू) की प्रतिक्रिया पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, “तो क्या मैं आत्महत्या कर लूं? अगर एक निर्वाचित प्रतिनिधि के रूप में अपने क्षेत्र की आवाज न उठाऊं, तो मुझसे और क्या करने उम्मीद है?” इस बयान पर कांग्रेस के विधान पार्षद प्रेम चंद्र मिश्रा ने कहा है कि सिंह के खिलाफ आत्महत्या की कोशिश का मामला और जिस जद (यू) नेता ने उन्हें ऐसा कहने के लिए उकसाया, उनके खिलाफ भी मामला दर्ज किया जाना चाहिए।