नई दिल्ली
भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी की हिरासत ब्रिटेन की अदालत ने आज 17 अक्टूबर तक के लिए बढ़ा दी है। इससे पहले उनकी हिरासत की अवधि 19 सितंबर तक के लिए बढ़ा दी गई थी। नीरव मोदी ब्रिटेन की जेल में बंद है। उनकी भारत प्रत्यर्पण को लेकर सुनवाई अगले साल मई में होने की उम्मीद की जा रही है।
पंजाब नेशनल बैंक के साथ दो अरब अरब डॉलर की धोखाधड़ी और धनशोधन मामले में वांछित, भगोड़ा हीरा कारोबारी नीरव मोदी बृहस्पतिवार को एक वीडियो लिंक के जरिए ब्रिटेन की अदालत में पेश होने वाले थे। लंदन की जेल में बंद मोदी हिरासत की नियमित सुनवाई के लिए अदालत के समक्ष पेश हुए।
वेस्टमिंस्टर की मजिस्ट्रेट अदालत के न्यायाधीश टैन इकरम ने वीडियो लिंक के जरिये इस मामले की संक्षिप्त सुनवाई की। उन्होंने नीरव मोदी को बताया कि 19 सितंबर को वीडियो लिंक के जरिये अगली सुनवाई होगी और तभी प्रत्यर्पण की सुनवाई की तारीखों की जानकारी दी जाएगी। इकरम ने अदालत के लिपिक से पांच दिन की प्रत्यर्पण सुनवाई 11 मई 2020 से शुरू करने के प्रस्ताव की पुष्टि करने को कहा।
नीरव मोदी करीब दो अरब डॉलर की बैंक धोखाधड़ी के मामले में भारत में वांछित है। उसे मार्च में लंदन में गिरफ्तार किया गया था और वह तब से स्थानीय वैंड्सवर्थ कारावास में है। ब्रिटेन के कानून के आधार पर उसे हर चार सप्ताह के बाद हिरासत की अवधि को बढ़ाने के लिये अदालत में पेश किया जाता है।
इससे पहले पिछली पेशी में मुख्य न्यायाधीश एम्मा अर्बथनॉट ने संकेत दिया था कि दोनों पक्ष प्रत्यर्पण के लिये प्रस्तावित पांच दिन की सुनवाई पर जल्दी ही सहमत हो सकते हैं। यह सुनवाई भी वीडियो लिंक के जरिये ही हुई थी।
अदालत इससे पहले कई बार नीरव मोदी की जमानत याचिका खारिज कर चुकी है। पिछले महीने ब्रिटेन के उच्च न्यायालय ने भी नीरव मोदी की जमानत याचिका खारिज कर दी थी। यह उसकी चौथी जमानत याचिका थी।