इस्लामाबाद
कराची स्वस्थ्य विभाग के मेडिको-लीगल सेक्शन के विशेषज्ञों और अधिकारियों ने पाकिस्तानी हिंदू लड़की की पोस्टमार्टम रिपोर्ट को लेकर संदेह जताया है। छात्रा निमृता कुमारी का शव रहस्यमय हालात में हॉस्टल के उसके कमरे में सोमवार को मिला था। लरकाना के शहीद मोहतरमा बेनजीर भुट्टो मेडिकल यूनिवर्सिटी (एसएमबीबीएमयू) के छात्रावास के कमरे में निम्रिता कुमारी छत के पंखे से लटकी मिली थी।
डॉन न्यूज की गुरुवार की रिपोर्ट के मुताबिक, विशेषज्ञों ने बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में कई खामियां हैं और प्रमुख तथ्यों के साथ छेड़छाड़ की गई है। उन्होंने कहा कि तस्वीरों में दिख रहे छात्रा के शव पर निशान दुप्पट्टे के कारण नहीं हैं। मेडिको लीगल सेक्शन के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'गले पर ये किसी रस्सी के सामान वस्तु के निशान थे।'
विशेषज्ञों ने कहा, 'पोस्टमार्टम रिपोट में कहा गया है कि यह खुदकुशी थी, लेकिन निशानों से पता चलता है कि छात्रा को गला घोंटकर मारा गया।' रिपोर्ट में मौत और पोस्टमार्टम के बीच का अंतराल 11-12 घंटे का था, लेकिन तस्वीर लगभग 24 घंटे पुरानी प्रतीत हो रही है, क्योंकि तस्वीरों में दिख रहा है कि शव उस वक्त तक सड़ने लगा था। विशेषज्ञ ने कहा कि लरकाना की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में शव के सड़ने की बात को उजागर नहीं किया गया है। इसके बजाय रिपोर्ट में कहा गया है कि छात्रा का शव ताजा स्थिति में था।
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान में लंबे समय से अल्पसंख्यक हिंदुओं और सिखों का उत्पीड़न हो रहा है। वहीं, हाल के समय में हिंदु और सिख लड़कियों के अपहरण के बाद जबरन धर्म परिवर्तन कराए जाने ने विश्व समुदाय का ध्यान अपनी ओर खींचा है। भारत के साथ-साथ यूरोपीय देशों ने भी पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के शोषण के खिलाफ आवाज बुलंद कर दी है।