भोपाल
प्रमुख सचिव गृह एस.एन. मिश्रा ने निर्देश दिये हैं कि प्रदेश में अतिवृष्टि के कारण बड़ी-छोटी नदियों के पुल-पुलियों से पानी उतरने पर खराब हुई सड़कों को सुधारने की कार्यवाही सड़क निर्माण एजेन्सी द्वारा शुरू की जाये। सुरक्षा की दृष्टि से पुल-पुलिया को भी बारीकियों से देख लिया जाये कि वो क्षतिग्रस्त नहीं हुई हो। पुल-पुलियों के क्षतिग्रस्त होने या उनमें दरार आने पर आवश्यक सुधार कार्य तत्काल कराये जायें। मिश्रा ने आज मंत्रालय में राज्य सड़क सुरक्षा क्रियान्वयन समिति की बैठक में यह निर्देश दिये।
प्रमुख सचिव मिश्रा ने कहा कि यातायात नियमों के उल्लंघन के मामलों में ड्रायविंग लायसेंस निलम्बन की कार्रवाई के लिये लायसेंस नम्बर के साथ पूरी सूची परिवहन विभाग को उपलब्ध करायें। यह कार्यवाही पूरे प्रदेश में की जाये। बताया गया कि इस वर्ष अभी तक लगभग 5726 ड्रायविंग लायसेंस निलम्बित किये गये हैं। पहले 6 माह में 306 फिटनेस निलम्बन और 408 ओव्हर लोडिंग वाहन के विरुद्ध कार्यवाही की गई है। मिश्रा ने कहा कि एक स्थान पर दो या दो से अधिक दुर्घटना होने पर कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, जिला परिवहन अधिकारी और लोक निर्माण विभाग के अधिकारी आवश्यक रूप से स्थल निरीक्षण करें। बताया गया कि स्कूली बच्चों की सुरक्षा के लिये स्कूल बस पॉलिसी भी बनाई गई है।
प्रमुख सचिव ने निर्देश दिये कि 20 से 25 प्रतिशत दुर्घटनाओं वाले जिलों में दुर्घटना रोकने के लिये विशेष प्रयास किये जायें। मिश्रा ने लीड एजेन्सी में नोडल अधिकारियों की उपस्थिति सुनिश्चित करने को कहा। बताया गया कि प्रदेश में 44 स्थानों पर ट्रॉमा सेन्टर बनाये गये हैं। जिला चिकित्सालयों को भी ट्रॉमा सेन्टर के रूप में उपयोग किया जा रहा है। प्रमुख सचिव ने एम्बुलेंसो को दो चरणों में एकीकृत/केन्द्रीयकृत करने के निर्देश दिये।
बैठक में विशेष पुलिस महानिदेशक महान भारत सागर और परिवहन आयुक्त शैलेन्द्र श्रीवास्तव उपस्थित थे।