सागर
महिला बाल विकास बीना परियोजना की अधिकारी शशिकांता नायक को सागर कमिश्नर आंनद शर्मा ने निलंबित कर दिया गया है। शशिकांता नायक को अपने पदीय दायित्वों/कृत्यों के प्रति घोर लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित किया गया है। निलंबन की अवधि में नायक का मुख्यालय संयुक्त संचालक महिला एवं बाल विकास कार्यालय सागर निर्धारित किया गया है। निलंबन अवधि में नायक को नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता होगी।
मिली जानकारी के अनुसार, बीती 25 अगस्त को प्रात: 10.30 बजे डायल 100 को सूचना मिली थी कि आंगनबाड़ी केन्द्र का पोषण आहार अवैधानिक रूप से ले जाया जा रहा है। डायल 100 पुलिस द्वारा छापामार कार्यवाही की जाकर बाल विकास परियोजना बीना ग्रामीण अंतर्गत वीर सावरकर वार्ड सुनील कुमार बुधौलिया के घर से 28 बैग तथा उनके घर के सामने खड़े आटो से 18 बैग इस प्रकार कुल 46 बैग पकड़े गए थे। जिनका कुल वजन 852 किग्रा था। शशिकांता नायक द्वारा नियमित रूप से गोदाम निरीक्षण नहीं किया गया। साथ ही वितरण पंजी का अवलोकन भी नहीं किया गया। इस प्रकार श्रीमती शशिकांता नायक परियोजना अधिकारी द्वारा अपने पदीय दायित्वों/कृत्यों के प्रति लापरवाही बरती जाना प्रमाणित हुआ है। श्रीमती नायक का यह कृत्य म.प्र. सिविल सेवा आचरण 1965 का उल्लंघन होकर अत: म.प्र. सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियम 1966 के अंतर्गत दण्डनीय है।