नई दिल्ली
अर्थव्यवस्था की सुस्ती से परेशान सरकार एक के बाद एक ऐलान करती जा रही है। इसके बावजूद आर्थिक विशेषज्ञों का मनना है कि ये कदम देश की अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए नाकाफी हैं।
अर्थशास्त्री प्रणब सेन ने भी कहा कि सरकार ने जरूरी ऐलान किए हैं लेकिन उनके क्रियान्वयन में देरी होने से उनका असर खत्म हो जाता है। इसलिए सरकार की ओर से की गई घोषणाओं को जल्द से जल्द लागू करने पर जोर देना चाहिए। एटीएस ग्रुप के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक गीतांबर आनंद ने कहा कि सरकार का कदम उत्साहजनक है।
यह रियल एस्टेट की परेशानियों के लिए बहुत ही जरूरी था। साथ ही उन्होंने एक अहम बात ये भी कही कि सरकार को इस ऐलान के बाद क्रियान्वयन में भी तेजी दिखाने की जरूरत है।
उनके मुताबिक ये अधूरे पड़े रियल एस्टेट प्रोजेक्ट तेजी से या तो एनपीए होते जा रहे हैं या फिर बिल्डर एनसीएलटी में जा रहे हैं। ऐसे में अगर देर हुई तो सरकार की कोशिश बेकार हो जाएगी। इससे हजारों खरीदारों को नुकसान होगा।