नई दिल्ली
आतंकवाद के मुद्दे पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने एक बार फिर पाकिस्तान को आड़े हाथ लिया है. राजनाथ सिंह ने कहा है कि पाकिस्तान को आतंकवाद पर लगाम लगानी चाहिए, नहीं तो कोई भी इसे टुकड़ों में तोड़ने से नहीं रोक सकेगा. राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत के अल्पसंख्यक सुरक्षित थे, सुरक्षित हैं, और सुरक्षित रहेंगे. भारत जाति या धर्म के आधार पर लोगों को विभाजित नहीं करता है.
राजनाथ सिंह ने कहा कि अनुच्छेद 370 को रद्द करने के भारत के फैसले को पाकिस्तान पचा नहीं पा रहा है. पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र में गया और उन्हें गुमराह करने की कोशिश की.
सरहद पर पहरा देते हुए शहीद हुए 122 सैनिकों की याद में रखे गए कार्यक्रम में राजनाथ सिंह ने कहा, अगर पाकिस्तान की तरफ से कोई भी घुसपैठ होती है तो हमारी सेना इसके लिए भी तैयार बैठी है. कोई भी घुसपैठिया भारत से जिंदा वापस नहीं लौटेगा.
उन्होंने कहा, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने लोगों को सही सलाह दी है कि उन्हें लाइन ऑफ कंट्रोल पार नहीं करनी चाहिए क्योंकि हमारी सेना तैयार है. अगर वो सीमापार कर यहां आते हैं तो वापस नहीं जा पाएंगे. इमरान खान ने मुजफ्फराबाद में शुक्रवार को बोलते हुए कहा था कि पाकिस्तान के लोगों से आग्रह किया था कि वह एलओसी की ओर तबतक मार्च न करें, जबतक वह उनसे नहीं पूछते.
राजनाथ सिंह ने कहा कि पाकिस्तान कश्मीर से 370 हटाने के भारत के फैसले को पचा नहीं पा रहा है और वह गुमराह करने के लिए इस मसले को यूएन तक ले गया था. भारत में अल्पसंख्यकों की आबादी आजादी के बाद बढ़ गई है जबकि पाकिस्तान में सिखों, बौद्धों और अन्य लोगों के खिलाफ अधिकारों का उल्लंघन होता रहता है.
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को विभाजित करने की आवश्यकता नहीं है वह खुद टूट जाएगा. पाकिस्तान को आतंकवाद का समर्थन करना बंद कर देना चाहिए, अन्यथा उसे टूटने से कोई नहीं रोक सकता. रक्षा मंत्री ने मारुति वीर जवान ट्रंप की तरफ से 122 शहीदों को परिजनों को ढाई लाख रुपए की सहायता राशि दी.