भोपाल
मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा है कि मध्यप्रदेश में वास्तविक औद्योगिक निवेश हो और इसका लाभ प्रदेश को मिले इस सोच के साथ मध्यप्रदेश सरकार काम कर रही है। उन्होंने कहा कि हम महज रस्म अदायगी के लिए करार करने की बजाय जमीन पर उद्योगों की स्थापना हो और हमारे प्रदेश के लोगों को रोजगार मिले इसके लिए सुनियोजित तरीके से काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मंशा के साथ जो भी प्रदेश में निवेश करेगा उन्हें सरकार पूरी सुविधाएं और सहयोग देगी। नाथ आज इन्दौर में सीआईआई द्वारा आयोजित लीडरशिप कॉनक्लेव को संबोधित कर रहे थे। कॉनक्लेव में लोक निर्माण मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री जयवर्धन सिंह उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री नाथ ने कहा कि प्रदेश में औद्योगिक निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए अक्टूबर माह में इन्दौर में मेग्नीफीसेंट इन्वेस्टर समिट का आयोजन किया जा रहा है। प्रदेश की आर्थिक उन्नति के लिए सरकार चिंतित है और इस दिशा में गंभीरता के साथ प्रयास किए जा रहे हैं। हमारा लक्ष्य है कि युवाओं को बड़े पैमाने पर रोजगार मिले। इसके लिए जो भी निवेश प्रदेश में आएगा उन्हें पूरी सुविधाएं और सहयोग राज्य सरकार की ओर से दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज नई तकनीक से लोगों की जीवन शैली में बदलाव आ रहा है। इस नई तकनीक के मुताबिक उद्योग और व्यवसाय के क्षेत्र में काम करने वाले लोगों को तैयार रहना होगा। नाथ ने कहा कि प्रदेश की 70 प्रतिशत आबादी कृषि पर निर्भर है। कृषि क्षेत्र को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने से हम एक बड़ी आबादी को खुशहाल बना सकते हैं उन्होंने कहा कि आवश्यकता इस बात की कि हमारे प्रदेश की खेती-किसानी परंपरागत तरीकों की बजाय खेती की आधुनिक तकनीक से जुड़ें। उन्होंने कहा कि इसके लिए हम प्रदेश में उद्यानिकी और कृषि आधारित खाद्य प्रसंस्करण इकाईयों की स्थापना को प्रोत्साहित कर रहे हैं।
उन्होंने मध्यप्रदेश में उद्योग और व्यवसाय के क्षेत्र में काम कर रहे लोगों से अपील की कि वे निवेश को आकर्षित करने हेतु ब्रांड एबेस्डर बनकर काम करें। इस मौके पर उपस्थित उद्योगपतियों से मुख्यमंत्री ने सीधा संवाद किया और उनकी जिज्ञासाओं का समाधान किया।
कार्यक्रम को बजाज फिनसर्व कंपनी मैनेजिंग डायरेक्टर तथा सीईओ संजीव बजाज, सीआईआई के मध्यप्रदेश चेप्टर के चेयरमेन प्रवीण अग्रवाल और पूर्व चेयरमेन अंशुल मित्तल ने भी संबोधित किया।