भीलवाड़ा
राजस्थान के भीलवाड़ा में 9 सितंबर को गैंगरेप के बाद नाबालिग पीड़िता इतनी दहशत में थी कि वह करीब आधा किलोमीटर बिना कपड़ों के भागती रही। यह लड़की एक बाइक पर दो लोगों के साथ मंदिर जा रही थी, उस समय सड़क किनारे शराब पी रहे आरोपियों ने बाइक रुकवाकर उसे अगवा किया, मारा-पीटा, कपड़े फाड़ दिए और गैंगरेप किया। इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को अरेस्ट कर लिया है। उन पर पॉक्सो ऐक्ट के तहत फास्ट ट्रैक अदालत में केस चलेगा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, गैंगरेप के बाद विक्टिम इतनी डरी थी कि जब एक शख्स ने उसे पहनने के लिए कपड़े देने चाहे, लेकिन वह रुकी नहीं। कुछ देर बाद जब वह रुकी तो उसे पहनने के लिए कपड़े दिए गए उसके बाद वह घर पहुंची।
दुकानदार से लगाई मदद की गुहार
पुलिस के मुताबिक, जब आरोपी लड़की को अगवाकर खेतों में ले गए तो उसके दोस्त भगा कर पास के बाजार में पहुंचे और एक दुकानदार से मदद की गुहार लगाई। इसके बाद लोग मदद के लिए दौड़े। पुलिस का कहना है कि नाबालिग के चेहरे पर चोटों के निशान थे, जो उस पर किए गए अत्याचार की कहानी कह रहे थे।
आरोपियों पर फास्ट ट्रैक अदालत में चलेगा केस
पुलिस ने आरोपियों की पहचान नारायण गुज्जर (40), कैलाश कहार (24) और राजू कहार (25) कर उन्हें अरेस्ट कर लिया है। इन पर पॉक्सो के अलावा गैंगरेप और अनुसूचित जाति ऐक्ट के तहत फास्ट ट्रैक अदालत में केस चलेगा। पुलिस ने पीड़िता के अलावा दुकानदार और उसके दोस्तों के बयान दर्ज कर लिए हैं।