पटना
सरोज झा ने गुरुवार की सुबह 10 बजकर 20 मिनट पर देवघर के साइबर थाने के पुलिस ग्रुप पर आखिरी मैसेज किया था। उसने लिखा कि ‘हमलोगों को माफ कर दीजियेगा सर’। इसके बाद कोई मैसेज नहीं आया।
ग्रुप पर सरोज का मैसेज देखते ही उसके अफसरों ने कहा कि आप लोग आ जाइये। आपलोगों को कुछ नहीं होगा। इसके बाद भी कोई जवाब नहीं आया। इस मैसेज के कुछ देर बाद देवघर पुलिस महकमे में सरोज और नंदिनी के ट्रेन से कूद जाने की खबर मिली। फिर वहां मातम पसर गया। नंदिनी की मौत की खबर सुनकर देवघर पुलिस के अधिकारियों के पैरों तले जमीन खिसक गयी। सरोज के बारे में वहां से लोग पीएमसीएच के पुलिसकर्मियों से हालचाल ले रहे थे।
सिपाही ने कहा-जीने की इच्छा नहीं थी,
सिपाही सरोज झा ने देर शाम पुलिस को दिये गये बयान में कहा कि ‘हमें जीने की इच्छा नहीं थी। इस कारण हमलोगों ने आत्महत्या करने का फैसला किया। ट्रेन को आता देख हमलोग ट्रैक पर लेट गये। नंदिनी बीच ट्रैक पर थी’। किनारे रहने के कारण सरोज ट्रेन के झटके से दूर जा गिरा जबकि नंदिनी ने वहीं दम तोड़ दिया। सरोज का हाथ कट चुका है। उसे सिर में भी गहरी चोट है।
पटना के होटल में ठहरे थे, शादी की थी तैयारी
नंदिनी और उसका प्रेमी सरोज पटना के होटल वृंदावन में ठहरे थे। पुलिस ने वहां जाकर तहकीकात की तो पता चला कि दोनों ने होटल के रजिस्टर में खुद को पति-पत्नी बताया था। घरवालों की मर्जी के खिलाफ वे शादी करने की तैयारी में थे। हालांकि सरोज यह कह रहा था कि एक तरीके से उसने नंदिनी के साथ शादी कर ली थी। दोनों ने तीन दिनों की छुट्टी ली थी, जिसके बाद वे देवघर से निकलकर पटना पहुंचे थे।
वापस देवघर लौट रहे थे दोनों सिपाही
देवघर साइबर सेल के अफसरों ने बताया कि दोनों सिपाहियों को जब पुलिस के आला अफसरों ने वापस आने को कहा तो वे तैयार हो गये। गुरुवार को दोनों ने पटना लौटने की बात कही थी।
कुछ बोलने की हालत में नहीं है सरोज
पीएमसीएच टीओपी प्रभारी अमित कुमार ने बताया कि सरोज ज्यादा कुछ भी बोलने की हालत में नहीं है। जीआरपी थानेदार के मुताबिक सरोज ने थोड़ी-बहुत जानकारी दी है। गंभीर रूप से जख्मी सिपाही का इलाज ठीक तरीके से हो, इसके लिए पटना पुलिस के जवानों को लगाया गया है।
नंदिनी का शव देख बेहोश हुई बहन
सिपाही नंदिनी की बहन घटना के बाद देर शाम पटना पहुंची। उसका शव देख वह बेहोश हो गयी। किसी तरह आसपास के लोगों ने उसे संभाला। उसने पुलिस को बताया कि नंदिनी ने घरवालों को भी पटना आने की जानकारी नहीं दी थी। वहीं घायल सिपाही सरोज के कुछ दोस्त भी पटना पहुंचे हैं।