नई दिल्ली
राजस्थान में एक व्यक्ति एक पद को लेकर मचे घमासान के बीच कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को तलब किया. आधे घंटे चली इस मुलाकात में राजस्थान के दोनों नेताओं से सोनिया गांधी ने बातचीत की.
बैठक में सोनिया गांधी ने कहा कि राज्य सरकार काम पर ध्यान दें और जनता से जो वादा किया है उसे पूरा करें, वरना वह जनता का विश्वास खो देंगी. उनका इशारा राजस्थान, मध्य प्रदेश और हरियाणा में कांग्रेस नेताओं के बीच चल रही रस्साकशी को लेकर था. इससे पहले सोनिया गांधी ने मध्य प्रदेश के नेताओं से भी मुलाकात की थी और मतभेद को दूर करने को लेकर कांग्रेस के नेताओं से बातचीत की थी.
गौरतलब है कि सचिन पायलट प्रदेश के उपमुख्यमंत्री भी हैं और प्रदेश अध्यक्ष भी. इसे लेकर कांग्रेस महासचिव का पद छोड़ने वाले गहलोत कैबिनेट में मंत्री हरीश चौधरी ने सवाल उठाए थे और पार्टी में 'एक व्यक्ति-एक पद' का हवाला देते हुए मंत्रियों को संगठन के पद से हटाने की मांग की थी.
सूत्रों की मानें तो राजस्थान कांग्रेस का एक धड़ा 'एक व्यक्ति-पद सिद्धांत' की मांग उठाकर सचिन पायलट को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाने की कोशिश में है.
बता दें कि राजस्थान में कांग्रेस के 12 नेताओं के पास दोहरी जिम्मेदारी है. इसमें से अभी तक सिर्फ राजस्व मंत्री हरीश चौधरी और टीकाराम चौधरी ने ही संगठन में राष्ट्रीय महासचिव और अलवर जिलाध्यक्ष का पद छोड़ा है.
वहीं, चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा, मंत्री प्रमोद जैन, उदय लाल आंजना, विश्वेंद्र सिंह, मास्टर भंवरलाल प्रदेश उपाध्यक्ष और वरिष्ठ उपाध्यक्ष हैं. इसी तरह श्रम मंत्री राजेंद्र यादव जयपुर ग्रामीण जिलाध्यक्ष, मंत्री अर्जुन सिंह बामणिया प्रदेश सचिव हैं. ममता भूपेश गहलोत सरकार में मंत्री होने के साथ महिला कांग्रेस में महासचिव भी हैं.