बिलासपुर
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह (Dr. Raman Singh) के बेटे व पूर्व सांसद अभिषेक सिंह (Abhishek Singh) की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. अम्बिकापुर (Ambikapur) के बाद राजनांदगांव (Rajnandgaon) में भी उनके खिलाफ एफआईआर (FIR) दर्ज की गई है. इसी एफआईआर को निरस्त करने की मांग को लेकर अभिषेक सिंह बिलासपुर हाई कोर्ट (Bilaspur High Court) की शरण में पहुंचे थे. पूर्व सांसद सिंह ने राजनांदगांव के अलग अलग पुलिस थानों में उनके खिलाफ दर्ज एफआईआर को निरस्त करने की गुहार हाई कोर्ट से लगाई है.
चिटफंड कंपनी में स्टार प्रचारक के आरोप में राजनांदगांव (Rajnandgaon) के पूर्व सांसद अभिषेक सिंह (Abhishek Singh) फंसे हैं. हाई कोर्ट में अभिषेक सिंह की याचिका पर बुधवार को सुनवाई हुई. हाई कोर्ट जस्टिस आरसीएस सामंत के सिंगल बैंच में करीब 20 से 25 मिनट तक बहस चली. बहस के दौरान महाधिवक्ता ने अभिषेक सिंह के सुप्रीम कोर्ट में लगे स्पेशल लिव पिटीशन की कॉपी को अभिषेक सिंह के अधिवक्ता विवेक शर्मा से मांगा है. अब अभिषेक सिंह की याचिकाओं पर आगामी सोमवार को सुनवाई होगी.
बता दें कि अम्बिकापुर और लुंड्रा के पीड़ित निवेशकों ने अम्बिकापुर के विशेष अदालत में शिकायत की थी. इसके बाद विशेष अदालत ने अभिषेक सिंह समेत 20 लोगों के खिलाफ एफआईआर का आदेश दिया था. इधर अगस्त में निवेशकों ने अम्बिकापुर के बाद राजनांदगांव में भी अभिषेक सिंह और अन्य 20 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा दिया है, जिसको लेकर अभिषेक सिंह और मधुसूदन यादव ने हाई कोर्ट में 12 से ज्यादा याचिकाएं लगाकर अपने ऊपर हुए एफआईआर को निरस्त करने की मांग की है और अब राजनांदगांव में हुए एफआईआर को निरस्त करने की मांग को लेकर भी अभिषेक सिंह ने याचिकाएं लगाई हैं.