इस्लामाबाद
जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने को लेकर विरोध कर रहे कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इसे भारत का आंतरिक मामला बताते हुए पाकिस्तान को इससे दूर रहने को कहा है। इस पर पाकिस्तान के सूचना एवं प्रसारण मंत्री चौधरी फवाद हुसैन ने राहुल पर निशाना साधते हुए उनकी राजनीति को भ्रम का शिकार बताया। साथ ही राहुल को अपने परनाना और भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू से सीख लेने को कहा।
फवाद हुसैन ने राहुल के ट्वीट को री-ट्वीट करते हुए लिखा, 'आपकी राजनीति की सबसे बड़ी समस्या कंफ्यूजन है। आपका रुख वास्तविकता के करीब होना चाहिए। आपको अपने परनाना की तरह दिखना चााहिए जो कि भारत के धर्मनिरपेक्षता एवं उदारवादी सोच के प्रतीक थे। उन्होंने अपने ट्वीट के साथ एक शेर भी लिखा है।'
राहुल ने कश्मीर को बताया आंतरिक मामला
बता दें कि राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा था कि यह भारत का आंतरिक मामला है और पाकिस्तान समेत किसी भी देश को इसमें दखल नहीं देना चाहिए। यही नहीं उन्होंने पाकिस्तान को जम्मू-कश्मीर में हिंसा का माहौल पैदा करने के लिए भी जिम्मेदार ठहराया। राहुल गांधी ने कहा, 'मैं कई मुद्दों पर मौजूदा सरकार से असहमत हूं। लेकिन, मैं यह बिलकुल स्पष्ट करना चाहता हूं कि कश्मीर भारत का आंतरिक मामला है और पाकिस्तान समेत किसी भी देश को इसमें दखल देने का हक नहीं है।'
पाकिस्तान ने यूएन में दिया था राहुल के बयान के हवाला
माना जा रहा है कि जम्मू-कश्मीर में 'लोगों के मारे जाने' के उनके बयान का पाकिस्तान की ओर से यूएन में जिक्र किए जाने से उनके रुख में यह बदलाव आया है। पाकिस्तान की मानवाधिकार मंत्री शिरीन मजारी ने मंगलवार को कहा था कि उन्होंने संयुक्त राष्ट्र को कश्मीर के मसले पर खत लिखा है। मजारी ने यूएन को इस पत्र को ट्विटर पर भी साझा किया था। इसमें राहुल गांधी के बयान का हवाला देते हुए गया था, 'हिंसा की घटनाओं को मुख्यधारा के नेता भी मानते हैं। जैसे कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने भी कहा है कि जम्मू-कश्मीर में लोग मर रहे हैं।'
फवाद हुसैन अपने बेतुके बयानों के लिए मशहूर हैं और कई मौकों पर भारत के खिलाफ आग उगलते नजर आते हैं। फवाद हुसैन ने कहा था कि पाकिस्तान सरकार भारत के लिए अपने एयरस्पेस को पूरी तरह बंद करने पर विचार कर रही है। बता दें कि उसने कराची एयरस्पेस को 31 अगस्त तक आंशिक तौर पर बंद रखने का ऐलान भी कर दिया। हुसैन ने ट्वीट कर कहा था, 'यह मोदी ने शुरू किया था, लेकिन इसे हम खत्म करेंगे।'