कोलंबो
आतंकियों की पनाहगाह बन चुके पाकिस्तान में कोई जाना नहीं चाहता। वजह सिर्फ एक- सुरक्षा कौन देगा। जिस देश की सरकार आतंकियों को समर्थन देती हो, उन्हें फलने-फूलने की आजादी देती हो, दूसरे देशों के खिलाफ जहर उगलने वाले आतंकी खुलेआम घूमते हों, उस पाकिस्तान को शर्मसार तो होना ही है। अब श्रीलंका की क्रिकेट टीम के कई खिलाड़ियों ने पाकिस्तान का बॉयकॉट कर दिया है। उन्होंने दो टूक कहा है कि वे क्रिकेट सीरीज के लिए पाकिस्तान नहीं जाएंगे।
इंटरनैशनल क्रिकेट की वापसी की मुहिम को झटका
इस घटनाक्रम से पाकिस्तान में इंटरनैशनल क्रिकेट को वापसी को बेताब पाकिस्तान की मुहिम को झटका लगा है। श्रीलंकाई क्रिकेट बोर्ड ने पाकिस्तान जाकर सीरीज खेलने की हामी भरी थी लेकिन उसके 10 अहम खिलाड़ियों ने सुरक्षा के मद्देनजर पाकिस्तान जाने से इनकार कर दिया है। पाकिस्तान दौरे से अपना नाम वापस लेने वाले खिलाड़ियों में टी20 इंटरनैशनल टीम के कप्तान लसिथ मलिंगा और एंजेलो मैथ्यूज जैसे बड़े नाम शामिल हैं। हालांकि श्रीलंकाई क्रिकेट बोर्ड ने इस दौरे को रद्द करने या स्थगित करने का फैसला अभी नहीं किया है। क्रिकइन्फो की रिपोर्ट के मुताबिक, श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड के अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। श्रीलंकाई बोर्ड ने बताया कि शुरुआती टीम में शामिल खिलाड़ियों को 27 सितंबर से शुरू हो रही 6 मैचों की सीमित ओवरों की सीरीज के लिए सुरक्षा इंतजामों की जानकारी दी गई थी। लेकिन 10 खिलाड़ियों ने इससे हटने का फैसला किया है।
ये हैं बॉयकॉट करने वाले खिलाड़ी
इन 10 खिलाड़ियों में लसिथ मिलंगा, एंजेलो मैथ्यूज के अलावा, निरोशान डिकवेला, कुसल परेरा, धनंजय डिसिल्वा, तिसारा परेरा, अकीला धनंजय, सुरंगा लकमल, दिनेश चंडीमल और दिमुथ करुणारत्ने शामिल हैं।
श्रीलंकाई क्रिकेट बोर्ड ने खिलाड़ियों संग की बैठक
इस दौरे को लेकर श्रीलंकाई क्रिकेट बोर्ड ने अपने खिलाड़ियों की इन चिंताओं को लेकर सोमवार को अहम बैठक की थी। श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड द्वारा जारी इस विज्ञप्ति के अनुसार, बोर्ड ने खिलाड़ियों की सुरक्षा के इंतजाम पर बात की थी और साथ ही खिलाड़ियों को यह विकल्प चुनने की स्वतंत्रता दी थी कि वे खुद तय करें कि उन्हें पाकिस्तान दौरे पर जाना चाहिए या नहीं।
श्रीलंकाई टीम पर हुआ था हमला
साल 2009 में जब श्रीलंका की टीम पाकिस्तान दौरे पर थी, तब वहां उस पर आतंकवादी हमला हुआ था। बड़ी मुश्किल से श्रीलंकाई खिलाड़ी इस हमले में बचाए जा सके थे। इस आतंकी हमले में श्रीलंका के कुछ खिलाड़ी घायल भी हुए थे। इसके बाद पाकिस्तान में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का आयोजन पाकिस्तान में बंद हो गया। साल 2015 में जिम्बाब्वे और 2018 में वेस्ट इंडीज की टीमें यहां सीमित ओवरों के मैच खेलने जरूर आईं लेकिन अभी भी कोई बड़ी टीम पाकिस्तान का दौरा करने के लिए राजी नजर नहीं आती।